मैगी (Maggi) बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया (Nestle India) का नूडल्स (Noodles) बाजार में दबदबा कायम है। बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी पतंजलि (Patanjali) ने इसे टक्कर देने के लिए देसी मैगी (Desi Maggi) ‘आटा नूडल्स (Aata Noodles)’ पेश किया था। हालांकि नेस्ले इंडिया के साम्राज्य पर बाबा आटा नूडल्स से अधिक असर नहीं डाल सके। पिछले तीन महीने के दौरान ही इस एफएमसीजी कंपनी (FMCG Company) ने करीब 4000 करोड़ रुपये की बिक्री (Sale) कर ली है।
Nestle India को तीन महीने में 617 करोड़ का मुनाफा
प्रमुख एफएमसीजी कंपनी नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने इसी सप्ताह सितंबर तिमाही का वित्तीय परिणाम (Financial Result) जारी किया। कंपनी ने बताया कि घरेलू बाजार में तेजी के चलते सितंबर 2021 में समाप्त तीसरी तिमाही के लिए उसका शुद्ध लाभ 5.15 प्रतिशत बढ़कर 617.37 करोड़ रुपये हो गया। नेस्ले इंडिया जनवरी-दिसंबर के वित्त वर्ष का अनुसरण करती है।
सितंबर तिमाही में 10 प्रतिशत बढ़ी Nestle India की बिक्री
कंपनी ने बताया कि सितंबर तिमाही के तीन महीने की अवधि में उसकी शुद्ध बिक्री 9.63 प्रतिशत बढ़कर 3,864.97 करोड़ रुपये हो गई। साल भर पहले इन तीन महीनों में कंपनी ने 3,525.41 करोड़ रुपये की बिक्री की थी। कंपनी की घरेलू बिक्री सभी श्रेणियों में 10 प्रतिशत से अधिक दर से बढ़ी। नेस्ले इंडिया की निर्यात बिक्री भी 1.30 प्रतिशत बढ़ी।
2015 में लग गया था Maggi पर बैन
आपको बता दें कि मैगी नूडल्स आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी घर-घर उपलब्ध है। इस प्रोडक्ट को सबसे पहले 1982 में लांच किया गया था। अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) जैसी लोकप्रिय हस्तियां मैगी का विज्ञापन कर चुकी हैं। कंपनी का यह प्रोडक्ट 2015 में मुसीबतों में फंस गया था, जब एफएसएसएआई (FSSAI) ने मैगी को प्रतिबंधित कर दिया था। उस समय भारत के पांच हजार करोड़ के नूडल्स बाजार में मैगी 63 प्रतिशत हिस्से पर काबिज थी।
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10 रुपये के शेयर पर 110 रुपये लाभांश दे रही नेस्ले
बाबा रामदेव की पतंजलि ने उसी समय आटा नूडल्स लांच किया था। मैगी पर करीब साल भर रही रोक ने आटा नूडल्स को बाजार में काबिज होने का सुनहरा अवसर भी दिया। हालांकि बाद में मैगी पर से प्रतिबंध वापस ले लिया गया। उसके बाद से अब तक मैगी ने आक्रामक तरीके से खोई बाजार हिस्सेदारी को कब्जा किया है। कंपनी ने सितंबर तिमाही के परिणाम के साथ शेयरधारकों (Shareholders) को 10 रुपये के शेयर पर 110 रुपये का लाभांश (Dividend) देने का भी निर्णय लिया है।