Multibagger stocks: शेयर बाजार पेनी स्टॉक में निवेश करना हमेशा जोखिम भरा माना जाता है। लेकिन जो निवेशक शेयर की कीमत और वैल्यू के अंतर को बखूबी जानते हैं। वह कम लिक्विडिटी वाले पेनी स्टॉक में अच्छे रिटर्न की उम्मीद में निवेश करते हैं। कई बार यह पेनी स्टॉक निवेशकों को बेहद कम समय में एक अच्छा रिटर्न दे जाते हैं सिंधु ट्रेड लिंक लिमिटेड ऐसा ही एक बेहतरीन उदाहरण है। जिसने निवेशकों को कम वक्त में शानदार मुनाफा कमा कर दिया है।

5 साल में दिया 8100 फीसदी का रिटर्न: सिंधु ट्रेड लिंक लिमिटेड ने पिछले 5 सालों में अपने निवेशकों को 8100 फीसदी का रिटर्न दिया है। इस अवधि के दौरान 17 फरवरी 2017 को शेयर का भाव 1.69 रुपए था। वहीं, 15 फरवरी 2022 को बाजार बंद होने तक शेयर का भाव 135.75 रुपए तक पहुंच गया। इस लिहाज से देखा जाए तो पिछले 5 सालों में यह शेयर निवेशकों के लिए मल्टीबैगर स्टॉक साबित हुआ है।

एक साल में दिया 1900 फीसदी का रिटर्न: पिछले 1 साल की बात करें तो सिंधु ट्रेड लिंक लिमिटेड ने निवेशकों को शानदार मुनाफा दिया है। इस अवधि के दौरान शेयर ने लगभग 1900 फीसदी का रिटर्न दिया है। बीएसई पर 16 फरवरी 2021 को शेयर का भाव 6.93 रुपए था। जबकि 16 फरवरी 2022 को बाजार बंद होने तक शेयर का भाव 135.75 रुपए पर पहुंच गया।

1 लाख निवेश पर कैलकुलेशन: अगर किसी निवेशक ने 1 साल पहले सिंधु ट्रेड लिंक लिमिटेड में 16 फरवरी 2021 को 6.93 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 1 लाख रुपए लगाए होते तो आज उसका निवेश 16 फरवरी 2022 को 135.75 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 19,58,874 रुपए का हो गया होता। इसी तरह देखें तो अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले 17 फरवरी 2017 को 1.69 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 1 लाख रुपए लगाए होते तो उसका निवेश 135.75 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 80,32,544 रुपए का हो गया होता।

सिंधु ट्रेड लिंक लिमिटेड वित्तीय स्थिति: बीते 1 साल में सिंधु ट्रेड लिंक लिमिटेड की वित्तीय स्थिति में सुधार देखा गया है। कंपनी घाटे से मुनाफे में आई है। बीएसई को रिपोर्ट किए दिसंबर 2021 तिमाही के आंकड़ों में कंपनी की आय 282 करोड़ रुपए और मुनाफा 28 करोड़ रुपए था। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान कंपनी की आय 208 करोड़ रुपए और घाटा 9 करोड़ रुपए था।

सिंधु ट्रेड लिंक लिमिटेड की शेयरहोल्डिंग: कंपनी में 74.97 फीसदी हिस्सदारी प्रमोटरों के पास है। जबकि बाकी बची 25.03 फीसदी हिस्सेदारी में से 24.97 फीसदी पब्लिक और 0.25 फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) के पास मौजूद है।