Reliance Communications Insolvency: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुखिया मुकेश अंबानी अपने छोटे भाई अनिल अंबानी की कर्ज में डूबी कंपनी आरकॉम की संपत्तियां खरीद सकते हैं। भारतीय स्टेट बैंक की ओर से प्लान को मंजूरी दिए जाने के बाद मुकेश अंबानी कर्ज के संकट से जूझ रही रिलायंस कॉम्युनिकेशंस के टावर और फाइबर एसेट्स को खरीदने के करीब पहुंच गए हैं। अज्ञात सूत्रों के हवाले से फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बैंकों को रिलायंस जियो और यूवी एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से बोलियां मिली हैं। बैंकों के कंसोर्टियम का नेतृत्व कर रहे भारतीय स्टेट बैंक की ओर से रिलायंस कॉम्युनिकेशंस के इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दिए जाने के बाद जियो ने संपत्तियों की खरीद के लिए बोली भेजी है।
सूत्रों के मुताबिक रिलायंस जियो ने आरकॉम के टावर और फाइबर एसेट्स को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। इसके अलावा यूवी एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने आरकॉम के स्पेक्ट्रम, रियल एस्टेट और डेटा सेंटर बिजनस को खरीदने में रुचि जताई है। बता दें कि रिलायंस कॉम्युनिकेशंस 18 जून, 2019 के बाद से ही इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजर रही है। इससे पहले कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स ने रिलायंस जियो और यूवीएआरसी की बोलियों को सबसे ऊंचा बताया था। रिलायंस जियो ने आरकॉम के फाइबर और टावर एसेट्स को खरीदने के लिए 4,700 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। इसके अलावा रियल एस्टेट समेत तमाम संपत्तियों के लिए यूवीएआरसी ने 14,700 करोड़ की बोली लगाई है।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के आदेश के मुताबिक 10 मार्च, 2020 तक आरकॉम के इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन की प्रक्रिया पूरी होनी है। इसके लिए ट्रिब्यूनल की ओर से अनीष नारायण को रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के तौर पर नियुक्त किया गया है। फिलहाल रिलायंस कॉम्यनिकेशंस पर 33,000 करोड़ रुपये का सिक्योर्ड लोन बकाया है।
बता दें कि बैंकों ने बीते साल अगस्त में आरकॉम पर 49,000 करोड़ रुपये बकाया होने की बात कही थी। इससे पहले भी रिलायंस कॉम्यनिकेशंस की ओर से कर्ज के संकट से उबरने के लिए संपत्तियों को बेचने की कोशिश की जा चुकी है, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी। इसके अलावा रिलायंस जियो के साथ भी एक बार इसलिए डील टूट चुकी थी कि वह आरकॉम पर बकाये की जिम्मेदार नहीं होगी। दरअसल रिलायंस कॉम्यनिकेशंस के स्वीडन की कंपनी एरिक्सन के बकाया को चुकाने में असफल रहने के बाद उसके खिलाफ इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया शुरू हुई थी।

