एशिया के सबसे दौलतमंद शख्स रह चुके अलीबाबा ग्रुप के मालिक जैक मा बुरे दौर से गुजर रहे हैं। पहले जैक मा की कंपनियों को भारत सरकार ने बैन किया। वहीं अब चीन की सरकार जैक मा के कारोबारी साम्राज्य पर शिकंजा कसने के मूड में है।

दरअसल, चीन के नियामकों ने ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ एकाधिकार-रोधी जांच शुरू करने की घोषणा की है। चीन की सरकार अलीबाबा और वीचैट के दबदबे को लेकर चिंतित है। नियामक विशेषरूप से निजी क्षेत्र की उन कंपनियों को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं, जो ऐसे समय ऑनलाइन बैंकिंग में विस्तार कर रही हैं जब चीन वित्तीय जोखिमों को कम करने का प्रयास कर रहा है।

चीन सरकार की ओर से कहा गया कि अगले साल के दौरान एकाधिकार-रोधी प्रवर्तन विशेषरूप से प्रौद्योगिकी उद्योग में प्राथमिकता रहेगा। आपको बता दें कि जैक मा चीन ही नहीं, बल्कि एशिया के सबसे दौलतमंद कारोबारी भी रह चुके हैं।

मार्च में भी जैक मा ने अंबानी को पछाड़ा था : इसी साल मार्च महीने की बात है। ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप के मालिक जैक मा ने दौलत के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी को शिकस्त दी थी। चीन के उद्योगपति जैक मा ने अंबानी को पछाड़कर एशिया के सबसे अमीर शख्स का तमगा एक बार फिर अपने नाम कर लिया था।

हालांकि, कोरोना काल में रिलायंस के जियो और रिटेल प्लेटफॉर्म पर भारी निवेश मिलने की वजह से अंबानी ने कुछ ही दिनों में जैक मा को पछाड़ दिया था। अब बीते कई महीनों से मुकेश अंबानी एशिया के सबसे दौलतमंद शख्स बने हुए हैं।

अभी का क्या है हाल: ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक वर्तमान में मुकेश अंबानी की संपत्ति 76.5 बिलियन डॉलर है। मुकेश अंबानी अभी दौलतमंद अरबपतियों की सूची में 11वें स्थान पर हैं। वहीं, चीन के अरबपति जैक मा की बात करें तो उनकी रैंकिंग 25वीं है। जैक मा की संपत्ति 49.3 बिलियन डॉलर है।