अकसर आपके मन में यह सवाल उठता होगा कि आखिर अंबानी परिवार के बच्चों की परवरिश कैसे हुई होगी? देश के सबसे अमीर घराने अंबानी परिवार को उसकी मिडिल क्लास वैल्यूज के लिए जाना जाता रहा है। शायद यही वजह थी कि मुकेश अंबानी ने भी अपने पिता धीरूभाई अंबानी की ही तर्ज पर अपने बच्चों को सख्ती के साथ परवरिश दी। मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उनके बच्चे छोटे थे तो वह उन्हें हर शुक्रवार को 5 रुपये देती थीं, जिन्हें वह अपने स्कूल की कैंटीन में खर्च कर सकें। Vogue मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में नीता अंबानी ने यह खुलासा किया था।

नीता अंबानी ने कहा था, ‘मेरे बच्चे छोटे थे, तब मैं उन्हें स्कूल कैंटीन में खर्च करने के लिए हर शुक्रवार को 5 रुपये दिया करती थी। एक दिन सबसे छोटा बेटा अनंत मेरे बेडरूम में दौड़ते हुए आया और कहा कि उसे 5 की बजाय 10 रुपये चाहिए। जब मैंने उससे सवाल पूछा तो उने कहा कि स्कूल में दोस्त मेरे पास 5 रुपये का सिक्का देखकर हंसते हैं और कहते हैं कि अंबानी है या भिखारी। इस बात को सुनकर मैं और मुकेश अंबानी खूब हंसे।’

नीता से डॉक्टर ने कहा था, वह मां नहीं बन सकतीं: बता दें कि मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी और बेटी ईशा अंबानी जुड़वां भाई बहन हैं और दोनों आईवीएफ तकनीक के जरिए पैदा हुए थे। दरअसल डॉक्टर ने नीता अंबानी से कहा था कि वह कभी मां नहीं बन सकतीं, इसलिए अंबानी फैमिली ने IVF तकनीक का सहारा लिया था। हालांकि बाद में छोटे बेटे अनंत का नैचुरल बर्थ ही हुआ था। नीता अंबानी बच्चों ने बच्चों को तो सख्त परवरिश दी ही है बल्कि खुद भी बेहद कड़ा रूटीन फॉलो करती हैं।

जब नीता अंबानी ने वजन 90 से घटाकर 47 किलो किया: खुद नीता अंबानी के मुताबिक एक बार उनका वजन 90 किलो तक हो गया था। लेकिन फिर उन्होंने डाइट चार्ट फॉलो किया और हर दिन एक से डेढ़ घंटे एक्सरसाइज कर वजन को दोबारा 47 किलो तक ले आई थीं। गौरतलब है कि मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी और बेटी ईशा अंबानी रिलायंस जियो में भी सक्रिय हैं और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का हिस्सा हैं। यही नहीं छोटे बेटे अनंत अंबानी भी जियो प्लेटफॉर्म्स के डायरेक्टर के तौर पर जुड़े हैं।