देश में मुद्रास्फीति की दर अगले साल मार्च तक घटकर 4.5 प्रतिशत पर आ जाएगी। इससे रिजर्व बैंक को मौजूदा वित्त वर्ष में नीतिगत दरों में 0.5 प्रतिशत कटौती की गुंजाइश मिलेगी। मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी का कहना है कि मुद्रास्फीति में नरमी से रिजर्व बैंक उदार रुख अपनाएगा। मॉर्गन स्टेनले के शोध नोट में कहा गया है, ‘हम मार्च, 2017 को समाप्त होने वाली तिमाही तक ब्याज दरों में आधा फीसद कटौती की उम्मीद कर रहे हैं।’
जून में मौद्रिक नीति समीक्षा में रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने ब्याज दरों में परिवर्तन नहीं किया था और इसके लिए मुद्रास्फीतिक दबाव का हवाला दिया था। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिया था कि यदि बेहतर मॉनसून से मुद्रास्फीति घटती है तो साल के दौरान ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च, 2017 के अंत तक मुद्रास्फीति घटकर 4.5 प्रतिशत पर आ जाएगी।