प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों को भारत में आमंत्रित करते हुए कहा कि देश में पारदर्शी और स्पष्ट नीतियों के अलावा माहौल अनुकूल है और व्यापार करना आसान है।

मोदी ने अपनी सरकार द्वारा अनावश्यक कानून एवं नियमन खत्म करने और प्रक्रिया आसान बनाने पर ध्यान देने का जिक्र करते हुए कहा ‘‘आप भारत में फर्क महसूस करेंगे।’’

प्रधानमंत्री क्वींसलैंड के प्रधानमंत्री कैंपबेल न्यूमैन द्वारा आयोजित नाश्ते पर बुलाई गई बैठक के दौरान बोल रहे थे, जहां ऑस्ट्रेलिया के कई उद्योगपति मौजूद थे।

मोदी ने यह भी कहा कि क्वींसलैंड भारत के विकास – ऊर्जा, खनिज संसाधन, कृषि एवं खाद्य सुरक्षा, शिक्षा और कुछ क्षेत्रों में उन्नत प्रौद्योगिकी – के संबंध में महत्वपूर्ण भागीदार हो सकता है।

मोदी ने आज सुबह सिडनी रवाना होने से पहले ऑस्ट्रलिया के उद्योगपतियों के साथ नाश्ते पर हुई बैठक के दौरान कहा ‘‘हमने अपनी नीतियों को पारदर्शी और स्पष्ट बनाया है।’’

मोदी ने कहा ‘‘हमने अपनी प्रक्रियाओं को आसान और स्पष्ट रूप से परिभाषित बनाया है।’’

मोदी ने कह कि अच्छा प्रशासन बदलाव की प्रस्थान बिंदु है और यह व्यापार के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना सामान्य जनता के लिए।
उन्होंने कहा ‘‘आप न सिर्फ अवसरों को भागीदारी में बदल पाएंगे बल्कि आप यह ऐसे माहौल में कर पाएंगे जो अनुकूल है और जिसमें कारोबार करना आसाना है।’’

मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने भारत में विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए एक नए अभियान के तौर पर ‘मेक इन इंडिया’ पेश किया है।
मोदी ने उन्हें भारत में 100 स्मार्ट शहर बनाने, 50 मेट्रो परियोजना और 500 अन्य शहरों के लिए आधुनिक कचरा प्रबंधन प्रणाली लागू करने की अपनी योजना के बारे में भी बताया। उन्होंने हर किसी के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवा, 2019 तक सबके लिए स्वच्छता सुविधा, 2022 तक सबके लिए आवास और हर घर को बिजली प्रदान करने से जुड़ी परियोजनाओं का भी जिक्र किया।

मोदी ने भारत में कई व्यापार मिशन भेजने के लिए भी क्वींसलैंड की प्रशंसा की। उन्होंने कहा ‘‘इस साल सितंबर में ही गुजरात की राजधानी गांधीनगर में क्वींसलैंड-गुजरात ऊर्जा गोलमेज बैठक हुई थी। स्वाभाविक है कि मुझे इस बात की खुशी है कि क्वींसलैंड अपनी बुनियादी ढांचा संबंधी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए जनवरी 2015 में हो रहे वायब्रैंट गुजरात सम्मेलन में हिस्सा ले रहा है।’’

उन्होंने कहा ‘‘मुझे पता है कि आप गुजरात के प्रति पक्षपातपूर्ण नहीं हैं बल्कि आप कोलकाता, दिल्ली और अन्य जगहों के लिए भी शिष्टमंडल भेज रहे हैं।’’

मोदी ने कहा ‘‘ऊर्जा दक्षता के लिए स्वच्छ ऊर्जा महत्वपूर्ण है जिसमें विशेष ध्यान सौर ऊर्जा पर हो।’’
उन्होंने प्रांत में कोयला खनन में 16 अरब डॉलर के निवेश की मंजूरी देने के लिए भी क्वींसलैंड की प्रशंसा की।
मोदी ने एकीकृत भागीदारी के जरिए संयुक्त अनुसंधान की जरूरत पर भी बल दिया, ताकि कृषि पैदावार बढ़े और कृषि आपूर्ति श्रृंखला के बुनियादी ढांचे एवं खाद्य प्रसंस्करण का विकास हो।

प्रधानमंत्री ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तालमेल बढ़ाने और जीवन के हर क्षेत्र एवं भारत तथा क्वींसलैंड के बीच व्यापार में इसका उपयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए क्वींसलैंड की प्रशंसा की।

मोदी ने कहा ‘‘भारतीय निवेशक आपके साथ भागीदारी करने के इच्छुक हैं क्योंकि ज्यादातर भारतीय आपके राज्य के अविश्वसनीय सौंदर्य और आतिथ्य के मुरीद हैं।’’

उन्होंने क्वींसलैंड को अपनी बढ़ती शहरी आबादी की जरूरतें पूरी करने के लिए भारत की स्मार्ट, लंबे समय तक कायम रहने वाले, रहने लायक शहर बनाने की महत्वकांक्षी योजना में भागीदारी करने के लिए आमंत्रित किया।

मोदी ने अपने भाषण के अंत में कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध व्यापक है, इसमें आर्थिक सहयोग एवं बढ़ती सुरक्षा एवं रणनीति भागीदारी शामिल है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग बढ़ रहा है जो हमारे क्षेत्र में शांति, स्थिरता और संपन्नता के लिए अत्यावश्यक है।