प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में जनधन योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत लोगों के बैंक अकाउंट खोले जाते हैं।
अभी तक 41.75 करोड़ लाभार्थियों ने जनधन अकाउंट में 137,755.08 करोड़ रुपये की धनराशि जमा की है। जन धन योजना में खोले गए खाते में केंद्र सरकार ओवरड्राफ्ट की भी सुविधा देती है। इसके तहत पहले खाताधारकों को 5 हजार रुपये दिए जाते थे, जो अब दोगुना कर 10,000 रुपये कर दिया गया है। आइए जानते हैं कि क्या है ओवरड्राफ्ट की सुविधा..
क्या है ओवरड्राफ्ट सुविधाः इस सुविधा के तहत आप बैंक से 10 हजार रुपये तक की रकम ले सकते हैं। हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि आपके जनधन बैंक खाते का रिकार्ड अच्छा हो। आसान भाषा में समझें तो ये एक छोटी अवधि के लोन की तरह है, यानी खाते में पैसा नहीं होने पर भी वह 10 हजार रुपये निकाल सकते है। जनधन खाते में ओवरड्राफ्ट की सुविधा के लिए अधिकतम उम्र सीमा 65 साल है।
अगस्त 2014 में योजना की शुरुआत: प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत 28 अगस्त 2014 को हुई थी। इसका मूल उद्देश्य वंचितों को बैंकिंग की सुविधा, असुरक्षितों को सुरक्षा, जरूरतमंदों को आर्थिक मदद प्रदान करना है साथ ही इसका मकसद किफायती कीमत पर वित्तीय उत्पादों और सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना है।
योजना के तहत 55% से अधिक खाताधारक महिलाएं हैं, 65% से अधिक खाताधारक ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। इस खाते में खाताधारक को खाते में हर समय न्यूनतम राशि बनाये रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत सीधे जनधन खातों में फंड ट्रांसफर होता है। दुर्घटना बीमा राशि समेत कई अन्य सुविधाएं मिलती हैं।