आर्थिक मोर्चे पर दो ऐसी खबरें आई हैं, जो सरकार को राहत देने वाली हैं। दरअसल, देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा हुआ है तो वहीं अप्रैल से जून तिमाही के बीच निर्यात भी बढ़ गया है।
कितना है विदेशी मुद्रा भंडार: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 25 जून, 2021 को समाप्त सप्ताह में करीब 5 अरब डॉलर बढ़कर 609 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े के मुताबिक 18 जून को समाप्त इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.418 अरब डॉलर की कमी के साथ 604 अरब डॉलर रह गया था। रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़े के मुताबिक 25 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि की वजह विदेशी मुद्रा संपत्तियों (एफसीए) में हुई बढ़ोतरी है जो समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है।
आपको यहां बता दें कि डॉलर के लिहाज से बतायी जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है। आंकड़े के मुताबिक इस दौरान सोने का भंडार 36.5 करोड़ डॉलर की वृद्धि के साथ 36.296 अरब डॉलर हो गया।
निर्यात में उछाल: इसके अलावा देश का निर्यात भी बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल-जून तिमाही में निर्यात उछलकर 95 अरब डॉलर रहा। वित्त वर्ष 2018-19 की अप्रैल-जून तिमाही में वस्तुओं का निर्यात 82 अरब डॉलर था। वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में निर्यात 51 अरब डॉलर था। जबकि इसी वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में निर्यात 90 अरब डॉलर रहा था। पिछले महीने देश का निर्यात 47 प्रतिशत उछलकर 32 अरब डॉलर रहा था।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक इस साल अप्रैल-जून तिमाही में देश का वस्तुओं निर्यात किसी तिमाही में अबतक का सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय चालू वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल करने के लिये सभी संबद्ध पक्षों के साथ मिलकर काम करेगा।