अमेरिकी बायोटेक कंपनी Moderna इंक की ओर से कोरोना वायरस से निपटने के लिए दवा तैयार करने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में कंपनी की ओर किए गए एक ट्रायल में प्रायोगिक दवा के असर से प्रोटेक्टिव ऐंटीबॉडीज रिलीज होने की बात सामने आई है। भले ही शुरुआती डेटा में यह बात पता चली है, लेकिन निवेशकों का उत्साह बढ़ गया है।

मार्च में शुरू हुए ट्रायल के अध्ययन में डेटा सामने आया है, जिसके बाद से ही कंपनी में निवेश को लेकर उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। Moderna की ओर से तैयार की जा रही वैक्सीन दुनिया की उन 100 दवाओं में से एक है, जिन पर कोरोना से निपटने की संभावना को देखते हुए काम किया जा रहा है। इस कंपनी के बारे में फिलहाल दुनिया भर के लोगों की उत्सुकता बढ़ी है और हर कोई उसके बारे में जानना चाहता है। आइए जानते हैं, क्या है यह कंपनी और कैसे करती है काम…

जानें, किस दवा पर काम कर रही है कंपनी: 2010 में स्थापित होने वाली और 2011 में अपने ऑपरेशन की शुरुआत करने वाली कंपनी के शुरुआती निवेशकों में भारतीय आईटी कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी भी शामिल रहे हैं। मैसाच्युसेट्स स्थित कंपनी Moderna Inc फिलहाल mRNA-1273 नाम की दवा पर काम कर रही है।

अब तक हो चुके हैं दो ट्रायल: कंपनी की ओर से फिलहाल दवा के दो ट्रायल किए जा चुके हैं और दोनों में ही कुछ हद तक सफलता हासिल हुई थी और अब जुलाई से तीसरा ट्रायल होने वाला है, जिसके नतीजे 2020 के अंत तक आ सकते हैं। दवा के शोध और नई दवाओं के विकास के लिए काम करने वाली इस कंपनी की किसी भी वैक्सीन को फिलहाल स्वतंत्र तौर पर किसी भी मनुष्य पर इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं मिल पाई है।

अजीम प्रेमजी ने भी किया है निवेश: विप्रो के करीब सूत्रों के मुताबिक कुछ सालों पहले सीईओ अजीम प्रेमजी ने इस कंपनी में निवेश किया था। उन्होंने अपनी बड़ी हिस्सेदारी को बेच दिया है, लेकिन अब भी कुछ हिस्सा बचा हुआ है। अजीम प्रेमजी ने इस कंपनी में शुरुआती दौर में ही 25 से 30 मिलियन डॉलर तक का निवेश किया था। हालांकि इस संदर्भ में अब तक विप्रो या फिर अजीम प्रेमजी की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।