माइक्रोसॉफ्ट ने अपने मेाबाइल उपकरण कारोबार में बड़ा फेरबदल करते हुए कहा है कि उसने नोकिया के अधिग्रहण के लिए जो 7.6 अरब डॉलर खर्च किए, उसे बट्टे खाते में डाल रही है और 7,800 नौकरियों की कटौती करेगी।

हालांकि, कंपनी ने भारत पर इसके प्रभाव के बारे में कुछ भी नहीं कहा है। माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सत्य नडेला ने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में कहा है, ‘मैं आपको हमारे फोन कारोबार को प्रभावित करने वाले निर्णय के बारे में बताना चाहता हूं… ये बदलाव अन्य बदलावों के अलावा है। इससे दुनिया भर में 7,800 नौकरियां कम होंगी। यह कमी मुख्य रूप से हमारे फोन कारोबार में होगी।’

उन्होंने कहा कि फोन कारोबार के पुनर्गठन में ‘नोकिया डिवाइसेस एंड सर्विसेज’ के अधिग्रहण से संबद्ध करीब 7.6 अरब डॉलर को बट्टे खाते में डाले जाना शामिल है। इसके अलावा 75 करोड़ डॉलर से 85 करोड़ डॉलर पुनर्गठन खर्च है। माइक्रोसॉफ्ट ने 7.2 अरब डॉलर में नोकिया कारोबार का अधिग्रहण किया। यह सौदा पिछले साल अप्रैल में हुआ।

नडेला के माइक्रोसाफ्ट का कार्यभार संभालने के बाद यह दूसरा मौका है, जब रोजगार में कटौती की जा रही है। करीब एक साल पहले 18,000 नौकरियां समाप्त की गई थीं। 39 साल के इतिहास में यह सबसे बड़ी कटौती है। अभी यह पता नहीं चल सका है कि कंपनी के भारत में कितने कर्मचारी हैं।