कर्नाटक बैंक लिमिटेड द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को सूचित किया गया है कि गीतांजलि समूह के मेहुल चौकसी ने फंड आधारित कार्यकारी पूंजी में 86.5 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। आईएएनएस के अनुसार, बुधवार को मेंगलुरु स्थित बैंक ने कहा, “हमने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को गीतांजलि जेम्स लिमिटेड द्वारा 86.47 करोड़ रुपए का घोटाला करने की सूचना दी है।” हालांकि, बैंक ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके पास इसे लेकर कोई लेटर ऑफ अंडरटेकिंग नहीं है।

वहीं, इस मामले के सामने आने के बाद बैंक की कंपनी सेक्रेटरी प्रसन्ना पाटिल ने कहा कि कंसोर्टियम की व्यवस्था के तहत बैंक द्वारा कार्यकारी पूंजी सुविधाएं बढ़ाई गईं और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रावधान किए जाएंगे। आपको बता दें कि मेहुल चौकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी पहले ही पंजाब नेशनल बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा के साथ किए गए 13,580 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच का सामना कर रहे हैं। बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से ये दोनों आरोपी इतना बड़ा घोटाला करने में कामयाब हो पाए थे।

मेहुल चौकसी और नीरव मोदी ने लेटर ऑफ अंडरटेकिंग की मदद से पंजाब नेशनल बैंक को चूना लगाया था। ऐसे में, दूसरे घोटाले की खबर सामने आने से मेहुल चौकसी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। इस मामले में जांच एजेंसिया ब्रैडी हाउस शाखा से रिटायर हुए गोकुलनाथ शेट्टी और मनोज खरट को गिरफ्तार कर चुकी हैं, लेकिन घपले के बाद से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी फरार चल रहे हैं। ये दोनों आरोपी विदेश में छिपे बैठे हैं और दोनों ने वापस देश लौटने से मना कर दिया है। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भरोसेमंद और फायरस्टार समूह के उपाध्यक्ष श्याम सुंदर वाधवा को गिरफ्तार किया गया है। जानकार सूत्रों ने कहा कि वाधवा पर नीरव मोदी के स्वामित्व वाली फायरस्टार इंटरनेशनल और फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल के साथ बेईमानी से लेन-देन करने का आरोप है।