देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड) के खाते में पड़े शेयरों का मूल्य 5.7 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। एलआईसी के बारे में ये खबर ऐसे समय में आई है जब केंद्र सरकार हिस्सेदारी बेचने की योजना पर काम कर रही है।

बीते फरवरी महीने में आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष में एलआईसी के बिक्री की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। हालांकि, कोरोना की वजह से इसकी उम्मीद कम है। लेकिन, कोरोना काल में भी एलआईसी के शेयरों का मूल्य 40 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है।

कैसे ​सरकार करेगी बिक्री : एलआईसी की बिक्री आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए होगी। आईपीओ में आम लोगों को भी एलआईसी की हिस्सेदारी खरीदने का मौका मिलेगा। इसके बाद कंपनी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हो जाएगी। केंद्र सरकार ने इसके लिए डेलॉयट और एसबीआई कैपिटल को आईपीओ से पहले के लेनदेन का परामर्शक नियुक्त किया है।

मार्च 2000 में एलआईसी का शेयर मूल्य क्या था: ब्रोकरेज कंपनी कोटक इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2000 को समाप्त तिमाही में एलआईसी के पास उपलब्ध शेयरों का मूल्य केवल 4 अरब डॉलर था। उस समय शेयर बाजार बीएसई का मार्केट कैपिटल केवल 102 अरब डॉलर था।

वर्ष 2010 में एलआईसी के पास उपलब्ध इक्विटी का मूल्य बढ़कर 59 अरब डॉलर हो गया जबकि मार्केट कैपिटल 1,140 अरब डॉलर था। उसके बाद से एलआईसी के पोर्टफोलियो मूल्य में लगातार वृद्धि हो रही है और यह मार्च 2018 में रिकॉर्ड 84 अरब डॉलर पहुंच गया था। उस दौरान शेयर मार्केट कैपिटल 1,670 अरब डॉलर था।