अडानी ग्रुप (Adani Group) पर कर्जदाताओं का दबाव बढ़ रहा है और कंपनी कर्ज को चुकाने के लिए 5 बिलियन डालर (5 billion dollar) जुटाने पर विचार कर रही है। इसके लिए कंपनी ने सॉवरेन वेल्थ फंड से संपर्क किया है। कर्जदाताओं ने अडानी ग्रुप से कहा है कि वह अपने कर्ज के बोझ को कम करे। हालांकि अभी तक इस पूरे घटनाक्रम पर कंपनी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और ना ही सवालों का जवाब दिया गया है।
ब्लूमबर्ग न्यूज (Bloomberg news) की एक रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप ने निवेश के लिए अबू धाबी स्टेट फंड मुबाडाला इन्वेस्टमेंट कंपनी और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क साधा है। इसके साथ ही ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि समूह मध्य पूर्व के साथ-साथ कनाडा (Canada) में निवेश करने के लिए अन्य बड़े निवेश की तलाश कर रहा है, जिसमें कहा गया है कि ग्रुप 10 अरब डॉलर तक जुटाने के लिए भी बातचीत कर रहा है।
इस पूरे घटनाक्रम पर समाचार एजेंसी रॉयटर्स (News Agency Reuters) ने अडानी समूह से कुछ सवालों के जवाब जानना चाहा, लेकिन समूह ने कोई टिप्पणी नहीं की। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) ने मंगलवार देर रात कहा था कि धन जुटाने के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए शुक्रवार को बोर्ड की बैठक होगी।
वहीं मंगलवार को ब्लूमबर्ग न्यूज की एक अलग रिपोर्ट के मुताबिक अडानी एंटरप्राइजेज अगले साल जल्द से जल्द 1.8 अरब डॉलर से लेकर 2.4 अरब डॉलर के नए शेयरों (New Share issue) को जारी करने पर विचार कर रहा है। यह राशि 5 अरब डॉलर से 10 अरब डॉलर के फंड जुटाने के लक्ष्य में भी शामिल है। बता दें कि सितंबर महीने में फिच ग्रुप की रिसर्च यूनिट क्रेडिटसाइट्स ने अडानी ग्रुप को लेकर चिंता जताई थी और कहा था कि कंपनी गहरे कर्ज के बोझ में दबी है और इसलिए भविष्य में निवेशकों के लिए जोखिम उत्पन्न हो सकता है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Adani Group Chairman Gautam Adani) ने कहा था कि भारत 2050 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा था कि भारत हर 12 से 18 महीनों पर अपनी अर्थव्यवस्था में 1 ट्रिलियन डॉलर अधिक जुड़ेगा।