कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र (केएनपीपी) की 1,000 मेगावाट की दूसरी इकाई को सोमवार (29 अगस्त) को दक्षिण बिजली ग्रिड से जोड़कर उसका परीक्षण किया गया। इसके साथ ही इकाई से बिजली उत्पादन और उसकी ग्रिड में आपूर्ति शुरू हो गई है। केएनपीपी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। संयंत्र के निदेशक आर.एस. सुंदर ने कहा, ‘केएनपीपी की दूसरी इकाई को परीक्षण के तौर पर आज (सोमवार, 29 अगस्त) 1117बजे दक्षिण विद्युत ग्रिड के साथ जोड़ा गया। वर्तमान में इस इकाई से दक्षिणी ग्रिड में 245 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है।’ उन्होंने कहा कि इकाई को पहली बार दक्षिणी ग्रिड से जोड़ने के बारे में परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड से मंजूरी ले ली गई है।

सुंदर ने कहा कि कुछ दिन के संचालन के बाद टरबाइन जनरेटर के अनिवार्य निरीक्षण के लिए इकाई को बंद किया जाएगा। उन्होंने एक वक्तव्य में कहा है, ‘बिजली का स्तर चरणों में बढ़ेगा, पहले चरण में यह 50 फिर 75 और 90 प्रतिशत तक होगा और उसके बाद जरूरी नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद इसे 100 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा।’ बहरहाल, केएनपीपी की पहली इकाई इस साल 22 फरवरी से पिछले 189 दिन से लगातार काम कर रही है और अक्तूबर 2013 से अब तक यह 1,126.90 करोड़ इकाई बिजली उत्पादन कर चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और तमिल नाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने 10 अगस्त को संयुक्त रूप से 1,000 मेगावाट के परमाणु संयंत्र-एक को राष्ट्र को समर्पित किया था।