पिछले कुछ समय से स्टार्टअप्स कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की लगातार खबरें आ रही हैं, इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण इन कंपनियों का मुनाफा ना कमाना और लगातार बढ़ रही लागत को बताया जा रहा है। इस बीच मंदी की आशंका ने स्टार्टअप्स की फंडिंग मिलने की राह को और मुश्किल कर दिया है। वहीं, आंकड़े बताते हैं कि देश में ज्यादातर स्टार्टअप्स मुनाफे को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं। इस साल की शुरुआत से जून, 2022 तक 100 मिलियन डॉलर या इससे अधिक की फंडिंग जुटाने वाले 57 स्टार्टअप्स कंपनियों में से केवल 3.5 फीसदी कंपनियां ही मुनाफा कमा रही हैं जबकि इसी अवधि के दौरान पिछले साल यह आंकड़ा करीब 29.2 फीसदी था।

वेंचर इंटेलिजेंस (Venture Intelligence) के द्वारा एकत्रित किए गए डाटा के मुताबिक, भारत में कुल 57 कंपनियों ने जनवरी-जून 2022 के दौरान 100 मिलियन डॉलर या उससे अधिक का फंड जुटाया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में ऐसी 48 कंपनियों ने फंडिंग जुटाई थी। दिलचस्प बात यह है कि इस साल भारतीय कंपनियों के लिए फंडिंग पिछले साल जैसी ही है, लेकिन सौदों का आकार घटा है।

आगे वेंचर इंटेलिजेंस का कहना है कि 2022 में 100 मिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग जुटाने वाले 57 स्टार्टअप्स कंपनियों में से केवल 3.5 फीसदी कंपनियों का EBITA (Earnings Before Interest, Taxes, and Amortization) पॉजिटिव रहा है जबकि पिछले साल यह आंकड़ा फीसदी था, जो 2022 में कंपनियों पर पड़ रहे वित्तीय दबाव दिखाता है।

वेंचर इंटेलिजेंस ने कहा है कि सभी स्टार्टअप्स का EBITA का रिकॉर्ड हमारे पास नहीं है केवल इसमें उन्हीं स्टार्टअप्स का डाटा लिया गया है, जिनका रिकॉर्ड हमारे पास मौजूद हैं।

भारत में स्टार्टअप कंपनियां लागत कम करने के लिए छंटनी का सहारा ले रहे हैं। पिछले हफ्ते, एडटेक यूनिकॉर्न स्टार्टअप Byju’s ने स्थायी और संविदा दोनों सहित 1100 से अधिक कर्मचारियों की नौकरी से निकाल दिया था।

Byju’s से पहले, वेदांतु, अनएकेडमी और कार्स24 सहित नई पीढ़ी की कंपनियों ने भी इस साल भारत में 5,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। ओला ने इस साल जनवरी-मार्च के दौरान लगभग 2,100 कर्मचारियों की छंटनी की है, इसके बाद अनएकेडमी (600 से अधिक), Cars24 (600) और वेदांतु (400) का स्थान है। इसके अलावा, ई-कॉमर्स फर्म मीशो ने 150 कर्मचारियों, फर्नीचर रेंटल स्टार्टअप फुरलेन्को ने 200 और ओकेक्रेडिट ने 40 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।