कोरोना काल के दौर में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड बढ़ा है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं। घर बैठे शॉपिंग के अलावा ये प्लेटफॉर्म आपकी वित्तीय जरूरतों की दिक्कतों को भी दूर करता है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कर्ज लेने के साथ ही निवेश के भी कई रास्ते खुले हैं। कर्ज, निवेश या बीमा, इसको आप अपनी वित्तीय जरूरतों के हिसाब से देख समझ सकते हैं।

बीमा की बात करें तो टर्म इंश्योरेंस प्लांस को जीवन बीमा का सबसे अच्छा रूप माना जाता है। इसका फायदे आपको तो नहीं लेकिन आपके परिवार को जरूर मिलता है। वर्तमान दौर में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए आप टर्म इंश्योरेंस प्लांस को खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको कंपनी या बीमा एग्रीगेटर की वेबसाइट पर विजिट करना होगा।

कंपनी की वेबसाइट से सीधे टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें बीमा एजेंट या बीमा प्रतिनिधि की भूमिका खत्म हो जाती है। बीमा से संबंधित सभी जानकारियां और क्लेम आदि के लिए आप या आपका परिवार सीधे कंपनी से संपर्क में रहता है। ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने पर लागत भी कम है।

ऑनलाइन के मुकाबले ऑफलाइन प्रीमियम 25 प्रतिशत तक महंगा होता है। दरअसल, ऑफलाइन प्लान लेने पर एजेंट को मिलने वाला कमीशन भी शामिल होता है। यही वजह है कि ऑफलाइन की बजाए ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस लेना ज्यादा फायदेमंद होता है। ऑनलाइन बीमा पॉलिसी में आपको एजेंट के फोन पर निर्भर नहीं रहना होगा।

इसके अलावा ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने की प्रक्रिया काफी सरल है। इसमें आपको कुछ जरूरी जानकारियां देनी होती है। बीमा के बारे में भी ऑनलाइन ही जानकारी ले सकते हैं। बीमा के आधार पर इंश्योरेंस कैलकुलेटर बताता है कि आपको वार्षिक, छमाही या मासिक प्रीमियम कितना जमा करना है।

पेमेंट की प्रक्रिया भी ऑनलाइन : एक बार आप सही टर्म इंश्योरेंस प्लान का चयन करने के बाद पेमेंट की प्रक्रिया भी ऑनलाइन माध्यम से कर सकते हैं। यही नहीं, डाक्युमेंट्स भी ऑनलाइन जमा होते हैं। हालांकि, मेडिकल जांच वाले मामलों में आपको ऑफलाइन प्रक्रिया से गुजरना होगा। ऑनलाइन बीमा खरीदने पर ऑप्शन ज्यादा होते हैं। इंश्योरेंस एग्रीगेटर के प्लेटफॉर्म पर जाकर विभिन्न बीमा कंपनियों की योजनाओं और विशेषताओं के बारे में जान सकते हैं।

इसके अलावा बीमा से जुड़ी हर चीज पर आपका नियंत्रण होता है। उदाहरण के लिए आप अपने हिसाब से बीमा करवेज बढ़ा सकते हैं। अपने इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में नॉमिनी को जानकारी जरूर दे देनी चाहिए। नॉमिनी को ये बता देना चाहिए कि कौन सी पॉलिसी है, कब पूरी होगी और इसके क्लेम की क्या प्रक्रिया है। इसके अलावा अपने बैंक को भी अकाउंट से प्रीमियम डेबिट होने की निर्धारित डेट की जानकारी दे देनी चाहिए, जिससे हर चीज सही वक्त पर होती रहे।
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