फेसबुक के संस्थापक सदस्यों में से एक और इसके सीईओ मार्क जकरबर्ग की सुरक्षा में कंपनी इतना पैसा खर्च करती है कि तुलना की जाए तो वह दुनिया के सबसे अमीर आदमी की सुरक्षा पर होने वाले खर्च से भी पांच गुना ज्यादा बैठती है। वर्तमान में दुनिया के सबसे रईस आदमी अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोज हैं। पिछले महीने 16 जुलाई को वह सबसे अमीर आदमी बन गए थे। वर्तमान में उनकी कुल संपत्ति 112 बिलियन डॉलर यानी आज की भारतीय करेंसी के हिसाब से करीब साढ़े 7 लाख करोड़ रुपये बैठती है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक जेफ बेजोज की सुरक्षा पर 16 लाख डॉलर यानी करीब 10 करोड़ 98 लाख करोड़ रुपये सालाना खर्च होते हैं, जबकि दुनिया के सबसे अमीर लोगों की फेहरिस्त में पांचवें नंबर पर शामिल जकरबर्ग की सुरक्षा पर होने वाला खर्च जेफ बेजोस से भी कहीं ज्यादा है। ब्लूमबर्ग के अनुसार जकरबर्ग की सुरक्षा पर 73 लाख 26 हजार 640 डॉलर यानी आज के हिसाब से करीब 50 करोड़ 28 लाख 63 हजर 936 रुपये खर्च होते है। 33 वर्षीय जकरबर्ग की कुल संपत्ति 71 बिलियन डॉलर यानी करीब 487450 करोड़ 50 लाख रुपये बताई गई है।
पिछले वर्ष अमेरिका भर में यात्राओं और घर खर्च से जुड़े सुरक्षा खर्चों के लिए फेसबुक ने मार्क जकरबर्ग पर 7.33 मिलियन डॉलर यानी करीब 50 करोड़ रुपये खर्च किए थे। पिछले हफ्ते दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफार्म की तरफ से कहा गया कि वह जकरबर्ग की सुरक्षा पर 10 मिलियन डॉलर यानी करीब साढ़े 68 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करेगी। ब्लूमबर्ग ने रिस्क कंसल्टेंट को-सेंट्रिक एडवाइजर्स के चेयरमैन रोडरिक जोन्स के हवाले से लिखा है कि जिन अमीर आदमियों के सुरक्षा खर्च में कई घर, ट्रैवल, प्रोटेक्टशन टीम, साइबर ट्रैवल, पत्नी और बच्चे शामिल हैं वे 10 मिलियन डॉलर का पैकेज पहले ही पार कर लेते हैं।
रिपोर्ट में फेसबुक विवादों को भी जकरबर्ग के सुरक्षा खर्च की वजह बताया गया है, जैसे कि फेसबुक पर आरोप लग चुका है कि उसने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान यूजर्स की जानकारी बेची थी। फेसबुक की डेटा पॉलिसी की आलोचना होती रही है। म्यांमार और श्रीलंका में तो फेसबुक पर गलत जानकारियों के चलते हिंसा की घटनाएं तक सामने आईं। तमाम विवादों की वजह से जकरबर्ग की सुरक्षा में पैसे ज्यादा खर्च होना स्वाभाविक है। कंपनी ने हाल ही में मीडिया को जानकारी दी थी कि जकरबर्ग 1 डॉलर की सैलरी पर काम करते हैं और इसके अलावा उन पर कंपनी किसी कंपेनसेशन पर खर्च नहीं करती है।
