देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी की शेयर बाजार में हाल ही लिस्टिंग हुई है, जिसके बाद से शेयर लागातार फिसलता जा रहा है। सोमवार को भी एलआईसी के शेयर में गिरावट हुई है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर एलआईसी का शेयर 1.25 फीसदी गिरकर 816 रुपए पर बंद हुआ। वहीं, लिस्टिंग प्राइस 950 रुपए प्रति शेयर से तुलना की जाए तो एलआईसी के शेयर में करीब 13 फीसदी से अधिक की गिरावट हुई है।

शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद एलआईसी मार्किट कैपिटलाइजेशन के मुताबिक देश की पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी, लेकिन शेयर प्राइस गिरने के कारण एलआईसी के हाथ से ये तमगा भी छीन चुका है। एलआईसी को पछाड़कर अब हिंदुस्तान यूनिलीवर 5.59 लाख करोड़ रुपए के मार्किट कैपिटलाइजेशन के साथ देश की पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। फिलहाल एलआईसी का मार्किट कैपिटलाइजेशन 6 लाख करोड़ रुपए गिरकर 5.17 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया है।

निवेशकों को 83 हजार करोड़ का नुकसान:एलआईसी आईपीओ में जिन निवेशकों ने इस उम्मीद में पैसे लगाए थे कि लिस्टिंग के समय उन्हें मोटा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। ऐसे निवेशकों को एलआईसी आईपीओ ने निराश किया है। शेयर बाजार में लिस्टिंग के पहले ही दिन एलआईसी के शेयर में करीब 9 फीसदी की गिरावट हुई। लिस्टिंग के समय एलआईसी का मार्किट कैपिटलाइजेशन करीब 6 लाख करोड़ रुपए के आस-पास था जो सोमवार (23-मई-2022) को घटकर 5.17 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया। इस तरह एलआईसी के निवेशकों को पिछले पांच ट्रेडिंग सेशन में करीब 83 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।  

देश का सबसे बड़ा आईपीओ: इस महीने के शुरुआत में एलआईसी शेयर बाजार में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आई थी। यह करीब 4 मई से 9 मई के बीच खुला था। एलआईसी आईपीओ को निवेशकों से शानदार रिस्पांस मिला था और आईपीओ करीब 2.95 गुना भरा था।

बता दें, एलआईसी देश की नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी बीमा कंपनियों में से एक है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी करीब 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक की पूंजी का प्रबंधन करती है और संपत्ति के हिसाब से यह दुनिया की 6वीं सबसे बड़ी कंपनी है।