भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) ने अपने पायलटों के वेतन में 8 प्रतिशत की और बढ़ोत्तरी की है। एयरलाइंस का कहना है कि फिलहाल उसे ट्रैफिक में सुधार दिखाई दे रहा है जिसके चलते ये फैसला लिया गया है। इसके साथ ही इंडिगो ने पायलटों के लिए प्री-कोविड लेवल का ओवरटाइम भत्ता भी बहाल कर दिया है।
इसके साथ ही एयरक्राफ्ट के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए कंपनी पायलटों के लिए एक वर्क पैटर्न बहाल कर रही है, जिसके तहत पायलटों की कमाई तो ज्यादा होगी, लेकिन छुट्टियां कम होंगी। जुलाई 2022 के लिए, एयरलाइन ने प्रतिदिन औसतन 1550 उड़ानों का बजट रखा है जिसके तहत एक एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल लगभग 13 घंटों के लिए होगा।
वेतन में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी: इंडिगो ने 2020 में पायलटों के वेतन में 28 प्रतिशत कटौती की थी। अप्रैल में इसे बदलते हुए एयरलाइन ने वेतन में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की। ऐसे में गुरुवार (7 जुलाई 2022) को 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद भी पायलटों का वेतन अभी भी उनके प्री-कोविड लेवल से 16 प्रतिशत कम है।
दरअसल, पायलटों का वेतन इंडिगो एयरलाइन के लिए चर्चा का मुद्दा इसलिए बन गया है क्योंकि पायलट अपने प्री-कोविड वेतन को पूरी तरह से बहाल नहीं किए जाने से नाखुश हैं। आंशिक रूप से वेतन वृद्धि के बावजूद पायलट असंतुष्ट हैं क्योंकि इंडिगो वर्तमान में प्रति दिन 1,600 से अधिक उड़ानों का संचालन कर रहा है, जो कि प्री-कोविड लेवल की तुलना में ज्यादा है।
असंतुष्ट हैं कर्मचारी: 2 जुलाई 2022 को इंडिगो को आधे से ज्यादा फ्लाइट्स के संचालन में देरी का सामना करना पड़ा क्योंकि बड़ी संख्या में केबिन क्रू सदस्यों ने बीमार होने की सूचना देकर छुट्टी ली थी। रिपोर्ट के अनुसार, क्रू मेंबर्स नौकरी के लिए कहीं और इंटरव्यू देने गए थे। सूत्रों के मुताबिक एयर इंडिया के भर्ती अभियान का दूसरा चरण 2 जुलाई को आयोजित किया गया था और केबिन क्रू के ज्यादातर सदस्य इसके लिए गए थे।
हवाई यात्रा की मांग बढ़ने के कारण एयरलाइंस को और अधिक उड़ानों का संचालन करने की जरुरत पड़ रही है, ऐसे में पायलट वेतन कटौती को हटाने और बढ़ोत्तरी की मांग कर रहे हैं। वेतन में आंशिक बढ़ोत्तरी के बावजूद, सभी एयरलाइंस के पायलट असंतुष्ट हैं। एयर इंडिया के नए मालिक टाटा ग्रुप ने भी जो कटौती कोविड-19 के समय से हो रही थी, उसे 75 फीसदी तक बहाल कर दिया है। टाटा ग्रुप की एक अन्य एयरलाइन विस्तारा ने अपने पायलटों के वेतन और उड़ान भत्ते को प्री-कोविड लेवल पर बहाल कर दिया है।