वेटिंग लिस्ट की समस्या को खत्म करने के लिए रेलवे जल्द ही व्यस्त रेलवे रूट्स पर क्लोन ट्रेन के संचालन की शुरुआत कर सकती है। भारतीय रेलवे ने चरणबद्ध तरीके से अगले 15 दिन में क्लोन ट्रेन शुरू करने का प्लान बनाया है। इस संदर्भ में रेलवे जल्द ही एक नोटिफिकेशन जारी करेगा। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने मीडिया को बताया कि वर्तमान में चल रही सभी ट्रेनों को मॉनिटर किया जाएगा और यह देखा जाएगा किस ट्रेन की कितनी वेटिंग लिस्ट है। जिस ट्रेन की लंबी वेटिंग लिस्ट के कारण ज्यादा डिमांड होगी, हम वहां एक्चयूअल ट्रेन से आगे क्लोन ट्रेन चलाएंगे ताकि सभी यात्री सफर कर सकें। वीके यादव ने कहा क्लोन ट्रेन के स्टॉपेज स्पेशल ट्रेन से कम होंगे। क्लोन ट्रेन के स्टॉपेज मुख्य स्टेशनों पर ही होंगे ताकि लोगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके। आइए जानते हैं, कैसे होगा क्लोन ट्रेनों का संचालन…

क्लोन ट्रेन वास्तविक ट्रेन के नंबर से ही दौड़ेगी। उदाहरण के तौर पर 12423/12424 नई दिल्ली-डिब्रूगढ राजधानी एक्सप्रेस की सभी सीटें रिजर्व हो चुकी हैं, फिर भी वेटेड लिस्ट पैसेंजर के हेवी डिमांड है। इस केस में भारतीय रेलवे वेट लिस्टेड टिकट धारकों को गंतव्य स्थान पहुंचाने के लिए एक और ट्रेन चलाएगा। इसके अलावा वेटलिस्टेड पैसेंजर्स को ओरिजिनल ट्रेन के रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद क्लोन ट्रेन में उनके बर्थ के बारे में भी बता दिया जाएगा।

क्लोन ट्रेन चलाने में क्या है चुनौतियां: भारतीय रेलवे के लिए लॉजिस्टिकल चुनौती है कि उसे क्लोन ट्रेन चलाने के लिए अतिरिक्त रैक्स की जरूरत पड़ेगी। भारतीय रेलवे क्लोन ट्रेन को मुख्य शहरों से चलाने की कोशिश करेगी, जहां उसके पास अतिरिक्त रैक्स हैं। इसके अलावा भारतीय रेलवे को अपने पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) में भी बदलाव करना पड़ेगा। वर्तमान में भारतीय रेलवे स्लीपर क्लास में 400, 3AC में 300, फर्स्ट क्लास में 30 और सेकेंड क्लास में 100 वेटिंग लिस्ट होने पर रेल की बुकिंग बंद कर देती है।

पहले से ही चल रही है विकल्प स्कीम: भारतीय रेलवे पहले से ही विकल्प स्कीम चला रही है, जिसके तहत वेटिंग लिस्ट कन्फर्म न होने पर यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेन का ऑप्शन दिया जाता है। विकल्प स्कीम की मुख्य दिक्कत है कि अगर यात्री ने किसी अन्य ट्रेन में भी रिजर्वेशन कराया हुआ है तो इससे यात्री का ट्रैवलिंग टाइम बढ़ जाता है। सरकार के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि क्लोन ट्रेन शुरू करने के लिए यह उचित समय है क्योंकि इससे भारतीय रेलवे को वास्तविक डिमांड की स्पष्टता हो जाएगी। इस आधार पर भारतीय रेलवे प्रोडक्टिव रूट्स पर क्लोन ट्रेन उपलब्ध करा सकेगी।