IRCTC Indian Railways Western Railway cancels trains List: चक्रवाती तूफान वायु के कहर के चलते रेलवे यात्राएं भी प्रभावित हुई हैं। खबर अपडेट किए जाने तक, 110 से अधिक ट्रेनें कैंसल की जा चुकी हैं, जबकि कई ट्रेनें आशिंक तौर पर रद्द कर दी गईं हैं। इसी बीच, पश्चिम रेलवे ने वायु चक्रवात को देखते हुये 15 ट्रेनों को निरस्त और 16 ट्रेनों आंशिक रूप से समाप्त कर दिया है। पश्चिम रेलवे ने बुधवार को यह जानकारी दी। उसने बताया कि इसके अलावा सुरक्षा के कई इंतजाम किए गए हैं। वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम में यात्रियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाये गए हैं। वेरावल-अमरेली पैसेंजर, अमरेली-जूनागढ़, देलवाड़ा-वेरावल 12 और 13 जून को रद्द रहेंगी। राज्य सरकार ने सौराष्ट्र, कच्छ के निचले इलाकों को खाली कराने के लिए विशाल पैमाने पर काम शुरू कर दिया है। इस तूफान के गुरूवार सुबह तट पर टकराने की आशंका है।
पश्चिम रेलवे ने गुजरात के तटीय इलाकों से गुजरने वाली कुछ रेलों को चक्रवात ‘वायु’ से प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर निरस्त करने या फिर उनकी यात्रा बीच में ही समाप्त करने का फैसला किया है। पश्चिम रेलवे ने एक बुलेटिन में कहा कि इस रेलवे की वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम स्टेशन तक जाने वाली सभी पैसेंजर और मेल ट्रेनें बुधवार शाम छह बजे से शुक्रवार सुबह तक या तो रद्द रहेंगी अथवा उन्हें बीच में ही समाप्त कर दिया जायेगा। इसमें कहा गया है कि पश्चिम रेलवे गांधीधाम, भावनगर पारा, पोरबंदर, वेरावल और ओखा से विशेष रेल चलायेगा ताकि इन इलाकों से लोगों को निकाला जा सके।
वायु चक्रवात की वजह से जो ट्रेनें प्रभावित हुई है, उसमें ओखा-एर्नाकुलम एक्सप्रेस, ओखा-हावड़ा लिंक सुपरफास्ट एक्सप्रेस, ओखा-रामेश्वरम साप्ताहिक एक्सप्रेस, ओखा-पुरी द्वारिका एक्सप्रेस, उत्तरांचल एक्सप्रेस, ओखा-गुवाहाटी द्वारिका एक्सप्रेस, सौराष्ट्र मेल, ओखा-वाराणसी सुपर फास्ट एक्सप्रेस, ओखा-भावनगर पैसेंजर, ओखा-जयपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस, ओखा-सोमनाथ एक्सप्रेस, ओखा-गोरखपुर एक्सप्रेस, ओखा-अहमदाबाद पैसेंजर, ओखा-राजकोट पैसेंजर, ओखा-तूतिकोरिन विवेक एक्सप्रेस शामिल है।
पश्चिम रेलवे ने कहा कि छह से दस डिब्बों वाली ये विशेष ट्रेनें निकटतम सुरक्षित स्टेशनों पर रोकी गई हैं ताकि उन्हें आपात स्थिति में भेजा जा सके। इसमें कहा गया है कि इस बात के इंतजाम किए जा रहे हैं कि रेलवे आपातकालीन नियंत्रण कार्यालय 24 घंटे चले। सभी संबंधित रेल प्रशासन को निर्देश दिये गए हैं कि वह पर्याप्त संख्या में श्रमिक, जेसीबी, पेड़ काटने की मशीन, पानी के टैंक, ट्रैक्टर,जेनरेटर जैसे सामान को तैयार रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका प्रयोग किया जा सके। (भाषा इनपुट के साथ)