भारतीय रेलवे का प्रतिनिधि मंडल दिल्ली और चेन्नई के बीच 1,754 किलोमीटर लंबा ‘हाईस्पीड’ गलियारा बनाने की व्यवहार्यता की जांच की योजना तैयार करने के लिए चीन पहुंचा है। यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बुलेट ट्रेन गलियारा होगा।

अधिकारियों ने यहां पीटीआई-भाषा को बताया कि सतीश अग्निहोत्री के नेतृत्व में रेल विकास निगम लिमिटेड के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की टीम कल यहां पहुंची जो चीन के हाइ स्पीड रेल कॉर्पोरेशन के साथ दिल्ली-चेन्नई गलियारा बनाने के बारे में बातचीत कर रही है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग की सितंबर में हुई भारत यात्रा के दौरान इस परियोजना के लिए चीन ने मुफ्त अध्ययन करने पर सहमति जताई थी।
प्रस्तावित गलियारा चीन के बीजिंग-ग्वांग्जू के बीच बने विश्व के सबसे लंबे गलियारे (2,298 किलोमीटर) के बाद दूसरा सबसे बड़ा गलियारा होगा। चीन का यह बुलेट ट्रेन सेवा पिछले साल शुरू हुई थी जो 300 किलोमीटर की रफ्तार से करीब आठ घंटे में यह दूरी तय करती है।

सरकारी अखबार चायना डेली ने चीनी अधिकारियों के हवाले से कहा कि दिल्ली-चेन्नई उच्च गति वाली इस परियोजना की लागत करीब 32.6 अरब डॉलर होगी।
भारत फिलहाल दो बुलेट ट्रेन परियोजना पर विचार कर रहा है। मुंबई-अहमदाबाद गलियारे की बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए व्यवहार्यता अध्ययन कर रहा है और चीन दिल्ली-चेन्नई गलियारे का अध्ययन कर रही है जो अगले साल की शुरूआत में शुरू होने की उम्मीद है।