भारत में भले ही पीली धातु की खरीद को लेकर आम से खास लोगों तक में क्रेज देखा जाता है, लेकिन सोने के भंडार के मामले में दुनिया के कई छोटे देश भी हमसे कहीं आगे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल और आईएमएफ की ओर से रिलीज ताजा डाटा के मुताबिक सोने के भंडारण के मामले में भारत दुनिया में नौवें स्थान पर है। इस लिस्ट में अमेरिका पहले नंबर पर है। उसके बाद क्रमश: जर्मनी, इटली और फ्रांस दूसरे, तीसरे और चौथे नंबर पर हैं। इस सूची में रूस 5वें नंबर पर है, जबकि भारत का प्रतिद्वंद्वी देश छठे स्थान पर है। स्विट्जरलैंड इस सूची में 1040 टन सोने के भंडार के साथ 7वें नंबर पर है। जापान 8वें नंबर पर है, जबकि भारत 657.7 टन सोने के साथ नौवें नंबर पर काबिज है।

नीदरलैंड 612 टन सोने के भंडार के साथ 10वें नंबर पर है। हालांकि पाकिस्तान सोने के भंडार के मामले में दुनिया के टॉप 20 देशों में भी शामिल नहीं है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक देश के सोने के भंडार को 10% तक बढ़ाने की योजना बना रहा है।आर्थिक संकट बिगड़ने की स्थिति में सोने का भंडार एक रक्षा उपाय के तौर पर काम रहता है। जून के महीने में भारत के सोने के भंडार का मूल्य 33.9 अरब डॉलर था। इस वर्ष फरवरी के महीने से ही सोने का भंडार धीरे-धीरे बढ़ रहा है।

आकड़ों के अनुसार सोने के भंडार में इस साल फरवरी में 6.8 टन, मार्च में 11.2 टन, अप्रैल में 1.2 टन और मई में 2.8 टन की वृद्धि हुई। सोने के भंडारण के मामले में भारत के पड़ोसी देश चीन ने भी बढ़ोतरी दर्ज की है। गौरतलब है कि कोरोना काल में सोने की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ है। फिलहाल देश में 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 55,000 रुपये से ज्यादा है। इसके अलावा चांदी के दाम 70,000 प्रति किलो के करीब चल रहे हैं। बीते करीब दो सालों में सोने की कीमतों 30 फीसदी से ज्यादा का हुआ है।