India-Britain Free Trade Deal: भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और अनुमान है कि इस साल के आखिर तक जापान को पीछे छोड़ यह नंबर 3 पर आ जाएगी। भारत-पाकिस्तान के बीच जारी टेंशन के बावजूद देश का स्टॉक मार्केट फ्लैट कारोबार कर रहा है। दुनियाभर के देशों के साथ भारत के व्यापारिक संबंध हैं। आपको बता दें कि भारत-ब्रिटेने के बीच हाल ही में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) हुआ है। इस व्यापारिक समझौते के बाद गाड़ियों के आयात-निर्यात पर टैक्स कम हो गया है।

इसके अलावा भारतीयों को ब्रिटिश स्कॉच व्हिस्की और विदेशी कारें भी अब सस्ती मिलेंगी। इस डील से भारत को काफी फायदा होने की उम्मीद है। फ्री ट्रेड डील के तहत करीब 99 प्रतिशत चीजों पर लगने वाला टैक्स खत्म हो गया है। इससे व्यापार में करीब 100 प्रतिशत का इजाफा होने की संभावना है। कपड़ा, समुद्री उत्पाद, चमड़े के जूते, दवाइयां, IT और बिजनेस सर्विस के अलावा लेबर इंटेंसिव सेक्टर्स को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा।

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भारत और ब्रिटेन ने बीच मंगलवार (6 मई 2025) को एक ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए। इस मुक्त व्यापार समझौते से भारतीय एक्सपोर्ट पर लगने वाला शुल्क कम होगा। इस समझौते का मकसद 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार को मौजूदा 60 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना करके 120 अरब डॉलर पहुंचाना है।

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जैसा कि हमने बताया कि भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से कई भारतीय सामानों और सेवाओं पर या तो टैक्स खत्म हो गया है या बहुत मामूली टैक्स लगाया जा रहा है। इस एग्रीमंट के बाद ब्रिटेन के बड़े बाजार में भारत की पहुंच अब बहुत आसान हो गई है।

वियतनाम और बांग्लादेश के मुकाबले मजबूत भारत

चमड़ा, कपड़ा और टैक्सटाइल फील्ड में टैक्स खत्म होने से वियतनाम और बांग्लादेश जैसे देशों के मुकाबले भारत का व्यापार बढ़ेगा और मौजूदगी ज्यादा होगी। और इन देशों के मुकाबले भारतीय कंपनियों को प्राथमिकता मिलेगी। निर्यातकों ने ऐसी उम्मीद जाहिर करते हुए कहा है कि इससे घरेलू निर्यतकों को बढ़त मिलेगी।

चांदी, हीरा, स्मार्टफोन पर कोई रियायत नहीं

फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत हीरा, चांदी के अलावा स्मार्टफोन और ऑप्टिकल फाइबर जैसे कई प्रोडक्ट्स पर ब्रिटेन की कंपनियों को शुल्क में कोई छूट नहीं मिलेगी।