निर्भय कुमार पांडेय
राजधानी में गर्मी बढ़ने के साथ-साथ हरी सब्जियों की कीमतों में उछाल आ गया है। गर्मी का सबसे अधिक असर टमाटर पर पड़ा है। एक सप्ताह पहले टमाटर फुटकर बाजार में 20-30 रुपए किलो मिल रहा था। अब बाजार में टमाटर 40-50 रुपए किलो मिल रहा है। इसके साथ ही हरी सब्जियों के दामों में भी वृद्धि हुई है। भिंडी, तोरइ और करेला के दाम आसमान छू रहे हैं। इस मौसम में हरी सब्जियों की मांग बढ़ जाती है। साथ ही बाजारों में शुरुआत में आवक कम होती है। इन वजहों से भी सब्जियों के दाम गर्मी के शुरू होने के साथ बढ़ने लगते हैं। फुटकर विक्रेताओं का कहना है कि पिछले एक सप्ताह में सब्जियों के दाम में 30-40 फीसद का इजाफ हुआ है।
मयूर विहार सत्या निकेतन में सब्जी बेचने वाले भरत कुमार यादव ने बताया कि टमाटर का एक क्रेट एक सप्ताह पहले 250-300 रुपए में आता था। वही क्रेट अब 400-500 रुपए में मिल रहा है। यही कारण है कि अब टमाटर की कीमतों में उछाल आया है। गर्मी बढ़ने के साथ ही टमाटर लाल हो रहा है। वहीं, आलू की कीमतों में भी मामूली वृद्धि हुई है। पहले आलू 10 रुपए किलो मिल रहा था। अब 20 रुपए का डेढ़ किलो मिल रहा है। फिलहाल, प्याज की कीमतें स्थिर हैं। पत्तागोभी और फुलगोभी की कीमतें नहीं बढ़ी हैं।
न्यू अशोक नगर के सब्जी विक्रेता विष्णु कुमार ने बताया कि भिंडी, तोरइ और करेला के दाम आसमान छू रहे हैं। पालक के दाम भी बढ़े हैं। इसके साथ ही खीरा और लौकी के दामों में भी थोड़ा-बहुत इजाफा हुआ है। सीताफल भी पांच-दस रुपए महंगा हुआ है। केवल प्याज के दाम ही पिछले सप्ताह से नहीं बढ़े हैं। विष्णु ने बताया कि थोक में आवक का कम होना तो एक कारण है ही। साथ ही थोक व्यापारी और आढ़तियों की वजह से गर्मी बढ़ने के साथ दामों में उछाल आया है। टमाटर जल्दी खराब हो जाता है और गर्मी की वजह से सूख जाता है। यही कारण है कि अचानक से कीमतें बढ़ा दी गई हैं। वहीं, सत्य निकेतन में सब्जी खरीदने पहुंची महिला सुषमा का कहना था कि सब्जियों के दाम बढ़ने से इसका सीधा असर घर के बजट पर पड़ता है।
सब्जी कीमतें
भिंडी 80-100
तोरई 60-80
करेला 70-80
टमाटर 40-50
पालक 30-40
आलू 10-15
लौकी 15-20
नोट:-कीमतें रुपए प्रति किलो
