सरकार की 2019 की शुरूआत तक सौर बिजली उत्पादन बढ़ाकर 48,000 मेगावाट करने की योजना है। राष्ट्रीय सौर मिशन के तहत स्वच्छ ऊर्जा स्रोत से 1,00,000 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने अपने ताजा अनुमान में 2018-19 तक ग्रिड से जुड़े 48,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है।

 इसके तहत मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष में अक्षय ऊर्जा स्रोत से 12,000 मेगावाट तथा 2017-18 तथा 2018-19 तक 15,000 मेगावाट तथा 16,000 मेगावाट क्षमता इजाफा का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वित्त वर्ष में 2,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था।
सात मार्च 2016 की स्थिति के अनुसार देश में सौर बिजली उत्पादन क्षमता 5,775.57 मेगावाट थी। हालांकि 2018-19 के बाद अगले तीन वर्ष में कुल क्षमता में 52,000 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन जोड़ना होगा क्योंकि 2021-22 राष्ट्रीय सौर मिशन का अंतिम वर्ष होगा।

मंत्रालय ने 2022 तक 1,00,000 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने के लिये 2019-20 में 17,000 मेगावाट, 2020-21 तथा 2021-22 में 17,500-17,500 मेगावाट वृद्धि का लक्ष्य रखा है।

सरकार का अनुमान है कि 1,00,000 मेगावाट का लक्ष्य हासिल करने में करीब 6.0 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा। सौर परियोजनाएं निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां दोनों लगा रही हैं।