दुनिया के जाने माने सर्च इंजन गूगल ने अपने लेटेस्ट मोबाइल OS एंड्रॉयड एम का मतलब बताया है। इसके साथ ही गूगल ने इस OS के पांच खास फीचर्स का भी खुलासा किया है। गूगल ने अपने अपने ऑफिशियल Twitter पेज पर पोस्ट में एंड्रॉयड एम में एम का मतलब मार्शमैलो घोषित किया है।
अगर मोबाइल डिवाइस काफी देर तक काम नहीं आएगा तो वह ऑटोमेटेकली स्लीप या डोज मोड में चला जाएगा। इस मोड पर वह बैटरी की कम खपत करेगा। गूगल ने बताया है कि एंड्रॉयड एम वाली डिवाइसेज एंड्रॉयड एल से ढार्इ घंटे ज्यादा बैक अप देंगी।
आपको बता दें कि गूगल पर सर्च करने के लिए आपको इस एप से बाहर आने की जरूरत नहीं है, क्योंकि गूगल यह काम आपके लिए ऑटोमैटिक तरीके से कर देगा।
इस OS के साथ सिक्योर एंड्रॉयड पर सिस्टम मिलेगा, जिस पर यूजर का रियल न होकर वर्चुअल कार्ड नंबर प्रयोग में लाया जाएगा। इसके अलावा इस OS पर फिंगरप्रिंट स्कैनर भी होगा।
नए मोबाइल OS में यूजर एप परमिशन कंट्रोल कर सकेगा। गौरतलब है कि पहले वाले OS वर्जन में एप डाउनलोड से पहले यूजर से कर्इ सारी परमिशन मांगी जाती थी और कई बार ऐसा होता है कि इन परमीशन को फिल करने में अगर यजर ज्यादा टाइम लगा देता है तो या फिर सही प्रतिक्रिया फिल नहीं कर पाता था तो पूरी डाउनलोडिंग कैंसेल हो जाती थी।
लेकिन एंड्रॉयड एम में ऐसा कुछ नहीं होगा। क्योंकि अब नए एंड्रॉयड OS में एप के लिंक बनाए जा सकेंगे। इस से फायदा ये होगा कि किसी भी एप को आसानी से ढूंढ़ा जा सकेगा। लिहाजा इस तरह से य़ूजर्स बार-बार किसी चीज को फिल करने की जरूरत नहीं होगी।