नौकरीपेशा लोगों के लिए गुड न्यूज़ आई है। एक रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक मंदी के बावजूद भारतीय कंपनियां वर्ष 2024 में अपने कर्मचारियों को अच्छी सैलरी हाइक दे सकती हैं। भारत में उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और इस कारण वर्कफ़ोर्स की संख्या में भी वृद्धि होगी। हाल ही में WTW की वेतन बजट योजना रिपोर्ट के अनुसार भारतीय कंपनियों को अपने कर्मचारियों को वर्ष 2024 में 9.8 प्रतिशत की अनुमानित वेतन वृद्धि देने की उम्मीद है। यह एशिया में सबसे अधिक होगा।
कंपनियां 2024 के लिए अपने वेतन वृद्धि बजट में संशोधन कर रही हैं। इसका सबसे बड़ा कारण श्रम बाजारों में सख्ती और बढ़ती महंगाई है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण वेतन प्रस्तावों में वृद्धि हुई है, क्योंकि कंपनियां अब असाधारण कर्मचारियों की सेवाओं को सुरक्षित करने के लिए प्रीमियम वेतन प्रदान करने के लिए अधिक इच्छुक हैं।
इसके साथ ही महंगाई का बढ़ता प्रभाव वेतन बजट बढ़ रहा है। जैसे-जैसे जीवन यापन की लागत बढ़ती है, कर्मचारी स्वाभाविक रूप से उम्मीद करते हैं कि उनके वेतन में वृद्धि होगी। इससे लोगों के बीच वेतन की उम्मीदें बढ़ गई हैं, जिससे कंपनियों को वेतन बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
WTW रिपोर्ट से पता चलता है कि सर्वेक्षण में शामिल आधी से अधिक कंपनियों ने 2022 के आंकड़ों की तुलना में चालू वर्ष के लिए अपने वेतन बजट का विस्तार किया है। इसके अलावा इनमें से एक चौथाई कंपनियों ने दिसंबर 2022 में निर्धारित बजट अनुमानों को भी पार कर लिया है। आर्थिक अनिश्चितता के बीच भी कंपनियों के बीच अधिक वेतन वृद्धि देने की उम्मीद है।
2024 के लिए कुछ क्षेत्र सबसे बड़ी वेतन वृद्धि की तैयारी कर रहे हैं। इनमें टेक्नोलॉजी, मीडिया, गेमिंग, फाइनेंसियल सर्विसेज और रिटेल क्षेत्र शामिल हैं। इन क्षेत्रों में लगभग 10 फीसदी वेतन वृद्धि की पेशकश करने का अनुमानहो सकती है।
WTW इंडिया में ‘वर्क एंड रिवॉर्ड’ के कंसल्टिंग लीडर राजुल माथुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी इंडस्ट्रीज की कंपनियां अपने कॉस्ट स्ट्रक्चर पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर में 2024 में इंक्रीमेंट में गिरावट आ सकती है, जो 11 से 12% से घटकर 10% पर पहुंच सकता है।