एशिया के सबसे अमीर व्‍यक्ति गौतम अडानी अब देश के बाहर भी अपने कारोबार को मजबूत करने की तैयारी में हैं, क्‍योंकि देश के बाहर भी अडानी ग्रुप का कारोबार तेजी के साथ विकास कर रहा है। अडानी ने मंगलवार को अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की वार्षिक आम बैठक में कहा कि कई विदेशी सरकारें अब अपने भौगोलिक क्षेत्रों में काम करने और अपने बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद करने के लिए हमसे संपर्क कर रही हैं। ऐसे में देश के बाहर भी ग्रुप को मजबूती मिल सकती है।

बैठक में अडानी ने महामारी और वैश्विक ऊर्जा संकट से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, हरित ऊर्जा में उच्च निवेश में देश और अपने ग्रुप की उपलब्धियों की सराहना की। अडानी ने कहा कि भारत ने अक्षय ऊर्जा में पूंजी निवेश में मार्च को समाप्त वर्ष में 125% की वृद्धि हुई है। अडानी ने कहा, देश की 75% बढ़ोतरी बिजली की मांग को समय के साथ स्वच्छ बिजली से पूरा होने की उम्मीद है। हालाकि अरबपति ने कोयले की डील का जिक्र नहीं किया, जबकि अडानी ने कोयले का आयात और खनन कार्य को बढ़ावा दिया है।

गौतम अडानी का इजराइल डील

गौरतलब है कि अरबपति ने हाल ही में इज़राइल में एक बंदरगाह डील की है और अपने स्वच्छ ऊर्जा व्यवसाय के लिए TotalEnergies के लिए विदेशी निवेशकों को भी शामिल किया है। इसके अलावा अडानी ग्रुप ने हाल ही में स्विस बिल्डिंग-मटेरियल्स फर्म होल्सिम लिमिटेड के भारतीय परिचालन का अधिग्रहण करके अपने घरेलू बिजनेस को भी बढ़ाया है। इसके साथ ही दो सीमेंट कंपनियों से डील होने के बाद अडानी ग्रुप देश में दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता भी बन चुका है।

एयरपोर्ट के बाहर बनाएगा एयरो-ट्रो-पोलिस

अडानी ग्रुप के मालिक ने अपने भाषण के दौरान कहा कि ग्रुप को उम्मीद है कि भारत स्वच्छ ऊर्जा के शुद्ध निर्यातक के रूप में उभरेगा। उन्‍होंने कहा कि अडानी ग्रुप देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा संचालक बन चुका है। ऐसे में अडानी समूह हवाई अड्डों के आसपास एयरोट्रोपोलिस का निर्माण करने की योजना बना रहा है।

किन-किन बिजनेस में अडानी की मजबूती

अडानी समूह ने डेटा सेंटर, डिजिटल सुपर ऐप और इंडस्‍ट्री क्‍लाउड से लेकर रक्षा और एयरोस्पेस, धातु और अन्‍य क्षेत्रों में मजबूती से आगे बढ़ रहा है। गौतम अडानी ने कहा कि ग्रुप ने अपनी रणनीतियों से सरकार के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य पूरा करने का प्रयास किया है। उन्‍होंने कहा कि ग्रुप को बाजार में बेहतर परिणाम मिल रहे हैं, जिसमें ज्‍यादा लाभ हो रहे हैं।