Debt Fund SIP : फिक्स्ड डिपॉजिट और डेट म्यूचुअल फंड दोनों ही फिक्स्ड-इनकम विकल्पों की कैटेगरी में आते हैं। दोनों ही विकल्पों को स्टेबल रिटर्न के लिए जाना जाता है। हालांकि दोनों की प्रकृति बिल्कुल अलग है। फिक्स्ड डिपॉजिट एक बेहद सुरक्षित स्कीम है, लेकिन डेट फंडों के प्रदर्शन में उतार चढ़ाव रहता है। फिर भी आज के दौर में थोड़ा बेहतर रिटर्न की इच्छा रखने वाले ऐसे निवेशक डेट फंडों का रुख कर रहे हैं, जो बाजार का थोड़ा बहुत रिस्क भी लेने की क्षमता रखते हैं।
डेट फंडों में एफडी के मुकाबले रिस्क जरूर है, लेकिन लंबी अवधि में इनमें एफडी के मुकाबले बेहतर रिटर्न की उम्मीद रहती है। कई बार यह रिटर्न एफडी के मुकाबले डबल भी हो जाता है। वैसे रिस्क देखें तो डेट फंड में एसआईपी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, जहां छोटा छोटा अमाउंट हर महीने निवेश किया जाता है। ऐसे में यह देखना चाहिए कि क्या डेट फंड में एसआईपी महंगाई को मात देने में सफल हैं। देखते हैं डेट फंड में 5 साल की एसआईपी का प्रदर्शन…..
बैंक आफ इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड: 19.62% सालाना
मंथली एसआईपी : 10,000 रुपये
ड्यूरेशन : 5 साल
5 साल में कुल निवेश : 7 लाख रुपये
5 साल बाद एसआईपी की वैल्यू: 12,22,560 रुपये
एनुअलाइज्ड रिटर्न : 19.62 फीसदी
ABSL मिडियम टर्म: 11.34% सालाना
मंथली एसआईपी : 10,000 रुपये
ड्यूरेशन : 5 साल
5 साल में कुल निवेश : 7 लाख रुपये
5 साल बाद एसआईपी की वैल्यू: 9,68,660 रुपये
एनुअलाइज्ड रिटर्न : 11.34%
पहली दोनों स्कीम देखें तो 5 साल में एसआईपी का एनुअलाइज्ड रिटर्न 19.62 फीसदी और 11.33 फीसदी रहा है। यह महंगाई दर के मुकाबले काफी बेहतर है।
इन स्कीम ने भी 5 साल में दिया हाई रिटर्न
DSP Credit Risk: 10.26% सालाना
UTI Dynamic Bond: 9.30% सालाना
बड़ोदा BNP परिबास क्रेडिट रिस्क: 9.25% सालाना
ABSL क्रेडिट रिस्क: 8.04% सालाना
यहां देख सकते हैं कि लंबी अवधि कई डेट फंड स्कीम में अगर आप एसआईपी करते हैं तो इनमें मंहगाई दर की तुलना में रिटर्न ज्यादा मिल रहा है। देश में रिटेल महंगाई दर 5 फीसदी से कुछ कम है, जबकि इन योजनाओं पर 8 फीसदी से 19.62 फीसदी सालाना रिटर्न मिल रहा है। कंपाउंडिंग का भी फायदा जोड़ लें तो यह महंगाई को मात देने वाला विकल्प साबित हो रहा है।
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डेट फंड: 5 साल में बेस्ट लंप सम रिटर्न
ABSL मीडियम टर्म : 9.57% सालाना
UTI डायनमिक बॉन्ड फंड : 8.82% सालाना
DSP स्ट्रैटेजिक बॉन्ड : 8.73% सालाना
बड़ौदा BNP परिबा क्रेडिट रिस्क : 8.46% सालाना
DSP क्रेडिट रिस्क : 8.39% सालाना
UTI शॉर्ट ड्यूरेशन : 8.28% सालाना
(source: value research)
अगर इन योजनाओं में एसआईपी की बजाए एकमुश्य यानी लंप सम निवेश करते हैं तो भी महंगाई दर की तुलना में रिटर्न बेहतर है।
5 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट
फिक्स्ड डिपॉजिट में 5 साल की योजनाएं पॉपुलर हैं। एफडी निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है। लेकिन इसमें पहले से तय ब्याज के हिसाब से ही रिटर्न मिलेगा। डेट स्कीम में जहां उतार चढ़ाव हो सकता है, यह बाजार के उतार चढ़ाव से मुक्त होता है। अभी ज्यादातर बैंक साल की एफडी के लिए 6.50 फीसदी से 7.25 फीसदी के करीब ब्याज दे रहे हैं। सीनियर सिटीजंस को 50 बेसिस प्वॉइंट और ब्याज मिलता है।
डेट फंड में हाई रिटर्न मिलने के चांस होते हैं, लेकिन रिटर्न की गारंटी नहीं होती। वहीं एफडी में रिटर्न की गारंटी होती है। 5 साल की एफडी पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है। अब बात लिक्विडिटी की करें तो एफडी में 5 साल के लिए पैसा ब्लॉक हो जाता है। लेकिन डेट फंड लिक्विडिटी के मामले में बेहतर विकल्प हैं।
प्रमुख बैंक : 5 साल की FD पर ब्याज
एसबीआई: 6.50%
बैंक ऑफ बड़ौदा: 6.50%
केनरा बैंक: 6.70%
पंजाब नेशनल बैंक: 6.50%
HDFC बैंक: 7.00%
ICICI बैंक: 7.00%
इंडसइंड बैंक: 7.25%
Axis बैंक: 7.00%
कोटक महिंद्रा बैंक: 6.20%
YES बैंक: 7.25%
फेडरल बैंक: 6.60%
IDFC फर्स्ट बैंक: 7.00%
(नोट: सीनियर सिटीजंस को 50 बेसिस प्वॉइंट ब्याज ज्यादा मिलेगा।)
(source: bank websites)