आर्थिक संकट से जूझ रही सुभाष चंद्रा की कंपनी एस्सेल ग्रुप ने अपने 205 मेगावॉट की संचालन वाली सोलर परिसंपत्तियों गौतम अडानी की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) को करीब 1300 करोड़ रुपये में बेच दी है।

एस्सेल ग्रुप की तरफ से इस सौदे को समूह द्वारा अगले महीने तक अपने कर्जदारों को बकाया चुकाने के आदेश के बाद उठाए कदम के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले एस्सेल समूह ने म्यूचुअल फंड और एनबीएफसी समेत अपने कर्जदाताओं से यह समझौता किया था कि वह अपनी परिसंपत्तियों को औनेपौने दाम पर नहीं बेचेंगे।

समूह ने अपने ऊपर 11000 करोड़ से अधिक के कर्ज को चुकाने के लिए सिंतबर तक की मोहलत मांगी थी। बिजनेस टुडे की खबर के अनुसार अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने बृहस्पतिवार को अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी कि उसने एस्सेल ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड और एस्सेल इंफ्राप्रोजेक्टस लिमिटेड की 10 कंपनियों में 100 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया है।

एस्सेल समूह की यह परिसंपत्तियां पंजाब, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में हैं। कंपनी ने एक बयान में बताया कि इन सभी परिसंपत्तियों का विभिन्न राज्य बिजली वितरण कंपनियों के साथ दीर्घ अवधि बिक्री समझौता है। मिंट की रिपोर्ट के अनुसार इस सौदे के सिंतबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

एस्सेल ने एक बयान में कहा कि समूह अपने कर्जदाताओं के साथ किए गए वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी के पास 685 मेगावॉट का सोलर पोर्टफोलियो है। इसमें से 310 मेगावॉट संचालित अवस्था में है जबकि बाकि निर्माणाधीन है। बताया जा रहा है कि समूह शेष 480 मेगावॉट की परिसंपत्तियों को भी बेचना चाहती है। एक महीने से कम समय में समूह की तरफ से यह दूसरी परिसंपत्ति बिक्री है।

31 जुलाई को एस्सेल ग्रुप ने घोषणा की थी कि इनवेस्को ओपेनहेमर डेवलपिंग मार्केट फंड ने ग्रुप की सहायक जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड में 11 फीसदी हिस्सेदारी 4224 करोड़ रुपये में खरीदने पर सहमत हुई है। खबरों के अनुसार एस्सेल समूह अपनी कुछ टोल रोड प्रोजेक्ट्स को नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्टर फंड को करीब 2503 करोड़ रुपये में बेचने की दिशा में आगे की बातचीत कर रहा है।