Provident Fund interest rate: नौकरीपेशा लोगों को प्रोविडेंट फंड के अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज में ईपीएफओ की ओर से कैंची चला दी गई है। अब प्रोविडेंट फंड पर 8.65 फीसदी की बजाय 8.5 फीसदी सालाना की दर से ही ब्याज मिलेगा। गुरुवार को ईपीएफओ की सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में पीएफ की ब्याज दर में 15 बेसिस पॉइंट्स की कमी का यह फैसला लिया गया है। बता दें कि पिछले सप्ताह ही यह खबर आई थी कि ईपीएफओ की ओर से प्रोविडेंट फंड की ब्याज दर में कटौती की जा सकती है।
पीएफ की ब्याज दर में कटौती को लेकर ईपीएफओ के सूत्रों का कहना है कि आर्थिक सुस्ती के चलते संगठन की कमाई में कमी आई है। इसके चलते यह फैसला लेना पड़ा है। बता दें कि ईपीएफओ ने करीब 18 लाख करोड़ रुपये का मार्केट में निवेश किया है, जिनमें से करीब 4,500 करोड़ का निवेश डीएचएफएल और आईएल एंड एफएस में है, जो इन दिनों खस्ताहाल हैं।
केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड के 6 करोड़ खाताधारकों को मिलने वाले ब्याज में कटौती का फैसला लिया गया। खुद संतोष गंगवार ने मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में फैसले की जानकारी दी। अब श्रम मंत्रालय की ओर से ब्याज दर में कटौती के इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। ईपीएफओ के पास करीब 12 करोड़ कर्मचारियों का पीएफ जमा है, हालांकि इनमें से महज 6 करोड़ लोगों के खाते ही एक्टिव हैं।
