Employee’s Provident Fund: अपना घर होना मूलभूत जरूरत भी है और हर किसी का सपना भी। हालांकि कई बार जब हम एक अच्छी लोकेशन में घर खरीदना चाहते हैं तो यह बहुत आसान नहीं होता है। जमापूंजी के बाद भी एक अच्छा घर खरीदने के लिए पैसों की कमी हो जाती है। डाउन पेमेंट से लेकर लोन चुकाने तक की पूरी प्रक्रिया बिना पर्याप्त बजट हुए पूरी नहीं की जा सकती। आमतौर पर बैंक घर की कीमत के 80 फीसदी के बराबर ही लोन देते हैं। ऐसे में 20 फीसदी रकम का इंतजाम डाउन पेमेंट के तौर पर करना होता है। इसके अलावा यदि आप डाउन पेमेंट ज्यादा करेंगे तो होम लोन का इंटरेस्ट कम लगेगा।

अब सवाल यह है कि आखिर डाउन पेमेंट के लिए ज्यादा रकम का इंतजाम कहां से किया जाए। यदि हम घर खरीदना चाहते हैं तो हमें अपने स्तर पर ही कुछ जमा राशि रखनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं कर पाए हैं तो आप अपने पीएफ अकाउंट के जरिए भी घर का सपना पूरा कर सकते हैं। बता दें कि EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से एक प्रयास शुरू किया गया है, जिसके तहत श्रम मंत्रालय के साथ मिलकर 10 लाख लोगों को घर देने की योजना है।

पीएम नरेंद्र मोदी की 2022 तक सबको आवास की योजना के तहत ईपीएफओ की ओर से यह प्रयास शुरू किया गया है। इस स्कीम में कर्मचारी, कंपनियां, वित्तीय संस्थान और हाउसिंग एजेंसियां मिलकर काम करेंगी। आइए जानते हैं, कैसे EPFO के जरिए आप पूरा कर सकते हैं घर का सपना…

10 या उससे ज्यादा लोग मिलकर एक सोसायटी का रजिस्ट्रेशन कराएं।

फंड और कॉन्ट्रिब्यूशन के सर्टिफिकेट के लिए सोसायटी के जरिए पीएफ ऑफिस में आवेदन करें।

बैंक/वित्तीय संस्थान इस सर्टिफिकेट के आधार पर कर्ज की सुविधा देंगे।

सरकारी और निजी हाउसिंग कंपनियों के साथ मिलकर सोसायटी घरों की व्यवस्था करेगी।

कोऑपरेटिव सोसायटी, केंद्र सरकार, राज्य सरकार, हाउसिंग एजेंसी और प्रमोटर या बिल्डर को सीधे राशि दी जाएगी।

इसके अलावा ईपीएफओ की ओर से यह सुविधा भी दी गई है कि आप अपने घर की खरीद के लिए पीएफ अकाउंट से 90 पर्सेंट तक की रकम चुका सकते हैं। यही नहीं मासिक ईएमआई भी आप अपने पीएफ अकाउंट के जरिए अदा कर सकते हैं।