एडटेक स्टार्टअप (Edtech Startup) ब्राइटचैम्प्स (Brightchamps) ने करीब साल भर में ही 3,700 करोड़ रुपये का वैल्यूएशन (Valuation) हासिल कर लिया है। आईआईटी वाराणसी (IIT Varanasi) के एक पूर्व छात्र के द्वारा शुरू की गई इस कंपनी में पैसा लगाने वालों में अब विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी (Wipro Founder Ajim Premji) और फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल (Flipkart Co Founder Binni Bansal)जैसे दिग्गजों का भी नाम जुड़ गया है।

14 महीने में जुटाए 467 करोड़ रुपये

आईआईटी वाराणसी के पूर्व छात्र रवि भूषण ने छह साल 16 साल तक के बच्चों को प्रोग्रामिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI), डिजाइन थिंकिंग और फाइनेंशियल लिटरेसी जैसे विषयों को ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध कराने के लिए ब्राइटचैम्प्स की शुरुआत की है। कंपनी ने पिछले साल अगस्त से काम करना शुरू किया है। इतने कम समय में कंपनी अभी तक अजीम प्रेमजी और बिन्नी बंसल समेत अन्य निवेशकों से 63 मिलियन डॉलर यानी करीब 466.63 करोड़ रुपये जुटा चुकी है।

अजीम प्रेमजी, बिन्नी बंसल समेत इन निवेशकों को भरोसा

स्टार्टअप कंपनी ने नए फंडिंग राउंड में 51 मिलियन डॉलर यानी करीब 377.74 करोड़ रुपये जुटाया है। इस फंडिंग राउंड में अजीम प्रेमजी के इंवेस्टमेंट ऑफिस प्रेमजी इंवेस्ट, जीएसवी वेंचर्स, बिन्नी बंसल की 021 कैपिटल और सिंगापुर की वेंचर फंड कंपनी बीनेक्स्ट ने भी ब्राइटचैम्प्स पर भरोसा दिखाया है। इस फंडिंग राउंड में कंपनी की वैल्यूएशन 500 मिलियन डॉलर यानी 3,700 करोड़ रुपये के आस-पास आंकी गई है।

इतने हजार से शुरू है ब्राइटचैम्प्स की फीस

ब्राइटचैम्प्स अभी संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, फिलीपींस समेत 10 देशों में सेवाएं दे रही है। कंपनी की योजना नए फंडिंग की मदद से अमेरिका और कनाडा में परिचालन शुरू करने की है। कंपनी अगले साल से भारत में भी अपने पेड कोर्सेज शुरू करना चाहती है। कंपनी के ऑनलाइन कोर्स की फीस करीब 28 हजार रुपये से शुरू है। कंपनी अपने कोर्स के लिए फ्री ट्रायल की भी सुविधा देती है।

तेजी से बढ़ रही हैं एडटेक स्टार्टअप कंपनियां

हालिया कुछ वर्षों में भारत समेत दुनिया भर में एडटेक कंपनियों के काम में तेजी आई है। महामारी के बाद ऑनलाइन पढ़ाई का बढ़िया बाजार तैयार हुआ है। अभी भारत में बायजु (BYJU’S), अपग्रेड (Upgrad), अनएकैडमी (Unacademy), एरुडिटस (Eruditus), वेदांतु (Vedantu) और क्लासप्लस (Classplus) जैसी कई कंपनियां इस क्षेत्र में काम कर रही हैं।

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ये एडटेक स्टार्टअप बन चुके हैं यूनिकॉर्न

पिछले साल जनवरी से इस साल के जून तक भारत में एडटेक क्षेत्र के तीन स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन चुके हैं। एक एडटेक स्टार्टअप तो डेकाकॉर्न क्लब में शामिल हो चुका है। यूनिकॉर्न उस स्टार्टअप को कहा जाता है, जिसकी वैल्यूएशन एक बिलियन डॉलर से अधिक हो जाती है। इसी तरह 10 बिलियन डॉलर से अधिक की वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप को डेकाकॉर्न कहा जाता है। BYJU’S पहला एडटेक यूनिकॉर्न है, जिसकी वैल्यूएशन अभी 16.5 बिलियन डॉलर है। इसके बाद अनएकैडमी, अपग्रैड और एरुडिटस भी यूनिकॉर्न क्लब का हिस्सा बन चुके हैं।