प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड में धन की गड़बड़ी के मामले में फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रवर्तकों शिविंदर सिंह और उसके भाई मलविंदर के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप यादव के समक्ष पेश की गयी अंतिम रिपोर्ट में रेलिगेयर एंटरप्राइज लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक सुनील गोढ़वानी का भी नाम आया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने दोनों भाइयों पर आरोप लगाया गया है कि सिंह बंधुओं ने आठ साल तक फाइनेंस कंपनी रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड से फंड के लिए “कंडक्ट कंपनियों” का इस्तेमाल किया। ईडी के मुताबकि इस पैसे का एक बड़ा हिस्सा संपत्ति खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया था और पैसे चुकाने का कोई इरादा नहीं था।
ईडी के विशेष लोक अभियोजक नितेश राणा द्वारा दाखिल आरोप पत्र में ईडी ने तीनों पर धन शोधन कानून के तहत धन शोधन का आरोप लगाया है। अदालत ने आरोप पत्र का संज्ञान लेते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध 20 जनवरी को प्रस्तुत होने का वारंट जारी किया है। तीनों अभियुक्त इस समय न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी ने अपने आरोप पत्र में आरएचसी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड का भी उल्लेख किया है। ईडी ने आरोप लगाया है कि दोनों भाइयों ने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर विभिन्न व्यक्तियों को एक हजार करोड़ रुपये हस्तांतरित किए और अंत में धन का गबन कर लिया गया।
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(भाषा इनपुट्स के साथ)