Economic Survey 2020: मोदी सरकार ने अपने आर्थिक सर्वे में एक तरफ अगले वित्त वर्ष में ग्रोथ के 6 से 6.5 पर्सेंट रहने की उम्मीद जताई है तो दूसरी तरफ रोजगार के नए दरवाजे खुलने का भी भरोसा दिया है। सरकार के लिए सबसे बड़ा सवाल बन चुके रोजगार के मसले पर आर्थिक सर्वे में चीन के मॉडल को अपनाते हुए 2025 तक एक्सपोर्ट इंडस्ट्री में 4 करोड़ नई नौकरियों की बात कही गई है।

मेक इन इंडिया और एसेंबल इन इंडिया का दिखेगा कमाल: आर्थिक सर्वे में चीन का उदाहरण देते हुए कहा गया है कि भारत के पास श्रम आधारित निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चीन के समान अभूतपूर्व अवसर हैं। सर्वे में ‘एसेम्‍बल इन इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ स्कीमों को साथ मिलाने की बात कही गई है, जिनसे निर्यात बाजार में भारत की हिस्‍सेदारी 2025 तक 3.5 प्रतिशत तथा 2030 तक 6 प्रतिशत हो जाएगी।

2025 तक 4 और 2030 तक 8 करोड़ नौकरियों का अनुमान: सर्वे के मुताबिक इस तरह एक्सपोर्ट इंडस्ट्री के विकास से 2025 तक देश में अच्‍छे वेतन वाली 4 करोड़ नौकरियां होंगी और 2030 तक इनकी संख्‍या 8 करोड़ हो जाएगी। 2025 तक भारत को 5 हजार अरब वाली अर्थव्‍यवस्‍था बनाने के लिए जरूरी मूल्‍य संवर्धन में नेटवर्क उत्‍पादों का निर्यात एक तिहाई की वृद्धि करेगा।

अमीर देशों के बाजार में निर्यात पर रहेगा फोकस: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए आर्थिक सर्वे में साफ तौर पर कहा गया है कि अवसरों का लाभ उठाने के लिए भारत को चीन जैसी रणनीति का पालन करना चाहिए। अमीर देशों के बाजार में निर्यात को बढ़ावा देना और निर्यात की नीति को बेहतर करना सबसे अहम उपाय बताया गया है।