सुस्त अर्थव्यवस्था की मार झेल रही मोदी सरकार को जीएसटी कलेक्शन के ताजा आंकड़ों पर तगड़ा झटका लगा है। सितंबर महीने में जीएसटी कलेक्शन में गिरावट देखने को मिली ही। सरकार द्वारा मंगलवार को जीएसटी के आंकड़े जारी किए गए। यह गिरावट 19वें माह के निचले स्तर पर है। सितंबर में जीएसटी क्लेक्शन घटकर 91,916 करोड़ रुपए रहा है जबकि अगस्त महीन में जीएसटी कलेक्शन 98,202 रुपए थी। सरकार को अगस्त के मुकाबले 6286 करोड़ रुपए कम मिले हैं। वहीं एक साल पहले इसी महीने में जीएसटी कलेक्शन 94,442 करोड़ रुपए था।

वित्त मंत्रालय के मुताबिक, ‘सितंबर 2019 के महीने में कुल सकल जीएसटी राजस्व 91,916 करोड़ रुपए है, जिसमें सीजीएसटी 16,630 करोड़ रुपए, एसजीएसटी 22,598 करोड़ रुपए, आईजीएसटी 45,069 करोड़ रुपए और सेस 7,620 करोड़ रुपए है। अप्रैल-सितंबर के दौरान घरेलू कारोबार पर जीएसटी क्लेक्शन में 7.82 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि आयात पर जीएसटी कलेक्शन में नकारात्‍मक वृद्धि देखने को मिली है और कुल संग्रह 4.90 प्रतिशत बढ़ा।’

बता दें कि जुलाई-2019 में जीएसटी कलेक्शन 1,02,083 करोड़ रुपए रहा था जो कि अगस्त में 98,202 करोड़ पर पहुंच गया था। यह साल में तीसरा मौका है जब जीएसटी क्लेकशन एक लाख करोड़ से नीचे रहा। सबसे पहले जून में ऐसा देखा गया था जब कुल जीएसटी कलेक्शन 99,939 करोड़ रुपए था। इसके बाद जुलाई महीने में यह 1.02 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े पर पहुंचा। इसके बाद अगस्त और सितंबर में यह लगातार 1 लाख करोड़ के आंकड़े से नीचे है।

जीएसटी क्लेक्शन में लगातार गिरावट सरकार के लिए आर्थिक मोर्चे पर कई चुनौतियां पेश कर सकता है। देश की आर्थिक परिदृश्य के लिहाज से ये आंकड़े काफी अहम हैं। माना जा रहा है कि अर्थव्यवस्था में गिरावट का असर भी जीएसटी कलेक्शन पर पड़ा है। वित्तीय वर्ष 2020 के बजट के अनुसार, मासिक जीएसटी कलेक्शन 1.14 लाख करोड़ रुपए है। बता दें कि बीते 6 सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। हाल ही में सामने आए आंकड़ों के अनुसार, देश की विकास दर लुढ़कर 5 प्रतिशत पर पहुंच गई है।