डिजिटलाइजेशन का दौर है। इसके काफी फायदे हैं, लेकिन फायदों के साथ-साथ नुकसान भी हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप अगर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो किन सावधानियों की जरूरत है। हम अक्सर अपने कार्ड की डिटेल्स और दूसरी जानकारी अपने जीमेल या फिर गूगल ड्राइव में सेव कर लेते हैं। ऐसा बिलकुल न करें। हाल ही में दिल्ली के एक शख्स का जीमेल अकाउंट हैक हो गया था जिससे कि क्रेडिट कार्ड होल्डर को 1 लाख रुपए का चूना लग गया था। इसके बाद दूसरी जरूरी बात है कि कहीं भी पब्लिक कंप्यूटर का इस्तेमाल करके अपने किसी भी कार्ड से कोई ट्रांजेक्शन न करें। इससे आपके कार्ड की जानकारी चोरी होने का खतरा रहता है। कभी भी ऑटो फिलिंग फॉर्म को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के केस में लागू न करें। इससे आपका टाइम तो बच सकता है, लेकिन ऑटो फिलिंग इनेबल करने का मतलब है कि आप अपना फाइनेंशिल डेटा सेव कर रहे हैं।
पेमेंट करते वक्त फिजिकल कीबोर्ड का इस्तेमाल करने के बजाय वर्चुअल कीबोर्ड का इस्तेमाल करें। इससे आपका पासवर्ड हैक होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। आप किसी भी वेबसाइट पर बिना सिक्योरिटी चेक किए अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट न करें। वेबसाइट पर ऑनलाइन पेमेंट करने से पहले चेक कर लें कि वेबसाइट HTTPS वाली हो, HTTP वाली नहीं। अगर आप इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन करते हैं तो इसे सिर्फ तभी ऑन करें जब आप बाहर जा रहे हैं। अगर आप अपने देश में हैं तो इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन को ऑफ कर दें।
अगर आप चाहें तो अपने कार्ड के पीछे लिखे CVV नंबर को भी मिटा सकते हैं। हां लेकिन नंबर मिटाने से पहले ध्यान रखें कि आगे भी ट्रांजेक्शन करते वक्त आपको इसकी जरूरत पड़ेगी। इसलिए इसे याद रखना भी जरूरी है। अगर याद न रख सकें तो मिटाएं नहीं। अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स फोन या ईमेल पर किसी के भी साथ शेयर न करें। अगर आप बैंकिंग ऐप या फाइनेंशिल ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो इन्हें केवल आधिकारिक साइट या स्टोर से ही डाउनलोड करें। थर्ड पार्टी ऐप्स पर कार्ड का इस्तेमाल न करें।