मुंबई। बाजार नियामक सेबी द्वारा सबसे बड़ी रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ और उसके शीर्ष कार्यकारियों पर शेयर बाजार में कारोबार करने पर तीन साल का प्रतिबंध लगाए जाने के बाद कंपनी का शेयर आज 28 प्रतिशत तक टूट गया जिससे उसका बाजार पूंजीकरण 7,439 करोड़ रुपए घट गया।

बंबई शेयर बाजार में कारोबार के दौरान डीएलएफ का शेयर 29.99 प्रतिशत टूटकर 102.70 रुपए पर आ गया जोकि उसका अब तक का सबसे निचला स्तर है। हालांकि, कंपनी का शेयर 28.46 प्रतिशत नीचे 104.95 रुपए पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में डीएलएफ का शेयर 27.98 प्रतिशत टूटकर 105.80 रुपए पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 शेयरों में डीएलएफ का निष्पादन सबसे खराब रहा। डीएलएफ के शेयर धराशायी होने से आज कंपनी की बाजार हैसियत 18,701.33 करोड़ रुपए रह गई।

ब्रोकरेज फर्म बोनांजा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, ‘‘ सेबी के प्रतिबंध लगाने के निर्णय से बाजार ने शुरुआती बढ़त गंवा दी।

अन्य रीयल्टी शेयरों में भी बिकवाली दर्ज की गई जिसमें एचडीआईएल 5.11 प्रतिशत, यूनिटेक 2.43 प्रतिशत, डीबी रीयल्टी 2 प्रतिशत और अनंतराज 1.23 प्रतिशत टूट गया।

उल्लेखनीय है कि डीएलएफ द्वारा आईपीओ लाने के दौरान सूचना को ‘जानबूझकर दबाने’ के लिए सेबी ने कंपनी और उसके चेयरमैन व मुख्य प्रवर्तक केपी सिंह सहित छह शीर्ष कार्यकारियों पर शेयर बाजार में कारोबार करने पर तीन साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।