मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली चीन की कंपनी शाओमी ने अक्टूबर महीने में दिवाली त्यौहार से पहले 18 दिनों में रिकार्ड 10 लाख स्मार्टफोन बेचा है। एक तरफ जहां देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर हवा चल रही है उसके विपरीत कंपनी के हैैंडसेट की रिकार्ड बिक्री हुई। शाओमी के फाउंडर और सीईओ लेई जुन ने कहा कि कंपनी का अब अगला लक्ष्य तीन से पांच साल के अंदर दुनिया में मोबाइल हैंडसेट के मामले में तीव्र वृद्धि वाले भारतीय बाजार में सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बनकर उभरना है।
अखबार चाइना डेली की रिपोर्ट के मुताबिक लेई ने घोषणा की कि कंपनी ने भारत में इस महीने के पहले 18 दिन में 10 लाख स्मार्टफोन बेचे। उन्होंने कहा, ‘शिओमी की वैश्वीकरण रणनीति में भारत अत्यंत महत्वपूर्ण बाजार है। यह चीन के बाहर हमारा सबसे बड़ा बाजार है।’ जुन ने संकेत दिया कि किफायती कीमतों पर बेहतर फीचर वाले स्मार्टफोन लाने के लिए मशहूर शाओमी अपनी सप्लाई, रिटेल बेस और आफ्टर-सेल्स सर्विसेज सुधारने के लिए इनवेस्टमेंट करने पर विचार कर रही है। शाओमी भारत में ऑनलाइन सेल्स पर निर्भर है, जो चीन के बाहर उसका सबसे बड़ा मार्केट है। ली ने कहा, ‘शाओमी मॉडल का मूल सिद्धांत हाई-क्वॉलिटी प्रॉडक्ट्स तैयार करने के साथ इन्हें यूजर्स के लिए फ्रेंडली बनाना है। यह मॉडल चीन में सफल रहा है। मेरा मानना है कि शाओमी मॉडल दुनिया भर में अपना परचम लहराएगा और भारत के साथ इसकी शुरुआत हो रही है।’
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कंपनी इस साल हर तिमाही में करीब 10-15 लाख स्मार्टफोन बेच रही है, लेकिन अक्टूबर के शुरुआती हफ्तों में इसकी सेल्स में तेज बढ़ोतरी हुई है। एनालिस्टों का मानना है कि दिसंबर 2016 को खत्म होने वाले तीन महीनों में कंपनी का अब तक सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहेगा। शाओमी ने जुलाई 2014 में ऑनलाइन फ्लैश सेल्स के जरिए भारत में एंट्री की थी। हालांकि, 2015 में कंपनी का परफॉर्मेंस कमजोर रहा, तब कंपनी बमुश्किल कोई नया डिवाइस लाई। इसके बाद कंपनी ने ऑफलाइन रिटेल में भी कदम रखा और इस साल वापसी की है। कंपनी ने इस साल अभी तक चार डिवाइसेज लॉन्च किए हैं। काउंटरपॉइंट रिसर्च ने कहा है कि जुलाई-सितंबर 2016 क्वॉर्टर में शाओमी का मार्केट शेयर बढ़कर 6.2 फीसदी पर पहुंच गया है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 1.8 फीसदी था, जबकि पिछले क्वॉर्टर में यह 4.3 फीसदी के स्तर पर था। इससे कंपनी को भारत के बेहद प्रतिस्पर्धी मार्केट में छठी बड़ी कंपनी बनने में मदद मिली है।