सनसनीखेज कॉरपोरेट जासूसी कांड की जांच तेज करते हुए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने इस मामले में गिरफ्तार ऊर्जा सलाहकार प्रयास जैन के कार्यालय की तलाशी लेने के बाद आज नोएडा में एक पेट्रोकेमिकल कंपनी के कार्यालय पर छापा मारा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जूबिलंट एनर्जी के वरिष्ठ कार्यकारी सुभाष चंद्रा को आज सुबह जैन के कार्यालय ले जाया गया। सुभाष चंद्रा को कल ऊर्जा कंपनियों के चार अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ गिरफ्तार किया गया था।
जैन के कार्यालय की तलाशी के बाद पुलिस टीम उसे जूबिलंट एनर्जी के नोएडा कार्यालय ले गयी। पुलिस ने चुराये हुए दस्तावेजों को प्राप्त करने के लिए उसके कार्यालय एवं अन्य कमरों की तलाशी ली।
इस मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा, ‘‘हमने उन स्थानों की तलाशी ली, जो जांच के सिलसिले में आवश्यक है। हम आगे भी कई स्थानों पर छापा मार सकते हैं क्योंकि हमारा लक्ष्य पूरे मामले की तह तक पहुंचना है। ’’
सनसनीखेज कॉरपोरेट जासूसी कांड में गिरफ्तार शीर्ष ऊर्जा कंपनियों के इन सभी पांचों वरिष्ठ कार्यकारियों को आज दोपहर यहां एक अदालत में पेश किया जाएगा और दिल्ली पुलिस आगे की पूछताछ के लिए उनकी हिरासत की मांग करेगी।
बस्सी ने कहा, ‘‘हमने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ चल रही है। उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। हम अदालत से उन्हें पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध करेंगे ताकि हम उनसे आगे की पूछताछ कर पाएं।’’
पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि मामले की जांच चल रही है और जब आरोपपत्र दायर किया जाएगा तब यह (जांच) समाप्त होगी।
अपराध शाखा ने कल जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया उनकी पहचान आरआईएल के शैलेष सक्सेना, एस्सार के विनय कुमार, केयर्न से के के नाईक, जूबिलैंट एनर्जी के सुभाष चंद्रा और एडीएजी रिलायंस के रिषि आनंद के रूप में हुई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें यह जानने की जरूरत है कि यह कब से चल रहा था और किन लोगों को इससे लाभ पहुंचा।’’
पुलिस के अनुसार, कंपनियों के ये सभी अधिकारी चुराये गये दस्तावेज प्राप्त करते थे जो कि उनके कार्यालय परिसरों पर छापे के दौरान बरामद किये गये।
उल्लेखनीय है कि सक्सेना रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) में कॉरपोरेट मामले के प्रबंधक हैं, जबकि चंद्रा जुबिलैंट एनर्जी के वरिष्ठ कार्यकारी हैं। आनंद रिलायंस एडीएजी में उपमहाप्रबंधक हैं। विनय एस्सार के उप-महाप्रबंधक जबकि नायक केयर्न इंडिया में महाप्रबंधक हैं।
इन सभी सभी अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और धारा 411 (बेईमानी से चोरी की संपत्ति प्राप्त करने) के तहत मामला दर्ज किया गया है। कल यह मामला उस समय अधिक गंभीर हो गया, जब यह पता चला कि चुराये गये गोपनीय दस्तावेजों में वित्त मंत्री के आगामी बजट भाषण के अंश भी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि ऐसा समझा गया था कि गोपनीय दस्तावेजों की चोरी का यह मामला पेट्रोलियम मंत्रालय तक ही सीमित होगा लेकिन वास्तव में इसमें वित्त, कोयला और बिजली मंत्रालय से जुड़े मामले भी शामिल हैं। दस्तावेजों की चोरी के इस मामले में बृहस्पतिवार तक गिरफ्तारियों की संख्या बढ़कर 12 तक पहुंच गयी।
मामले में गुरुवार को पेट्रोलियम मंत्रालय के दो कर्मचारी और तीन बिचौलिये गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा दो ऊर्जा सलाहकार -शांतनु सैकिया और प्रयास जैन- कल सुबह गिरफ्तार किए गए। इनमें शांतनु पूर्व पत्रकार हैं और अपना एक पोर्टल पेट्रो वेब चलाते हैं। पांच कंपनी कार्यकारियों को कल शाम गिरफ्तार किया गया।
मामले में दर्ज प्राथमिकी को कल स्थानीय अदालत में पेश किया गया। इसमें कहा गया है कि नेशनल गैस ग्रिड के बारे में वित्त मंत्री के 2015-16 के बजट भाषण में शामिल किये जाने के लिये दी गई गोपनीय जानकारी भी उन दस्तावेजों का हिस्सा है जिन्हें आरोपियों से बरामद किया गया।