मिलावटी शहद को लेकर घिरी देश की दिग्गज एफएमसीजी कंपनी डाबर ने एक बड़ा दावा किया है। कंपनी का दावा है कि उसके च्यवनप्राश के नियमित इस्तेमाल से कोविड-19 के संक्रमण का खतरा कम होता है।

डाबर के मुताबिक क्लीनिकल स्टडी में यह बात साबित हुई है। स्टडी के मुताबिक डाबर च्यवनप्राश का नियमित उपयोग करने से कोविड-19 संक्रमण का खतरा 12 गुना कम हो जाएगा। डाबर च्यवनप्राश के मुताबिक इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए च्यवनप्राश में आंवला, अश्वगंधा, गिलोय समेत 40 से अधिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया गया है। इससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी।

कंपनी के मुताबिक इसे क्लिनिकल परीक्षण रजिस्ट्री के रूप में पंजीकृत किया गया था जो आईसीएमआर का एक पोर्टल है। आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से डाबर अपने शहद ब्रांड को लेकर चर्चा में है। हाल ही में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (CSE) की जांच में पता चला है कि देश की कई बड़ी नामी कंपनियां ग्राहकों को मिलावटी शहद बेच रही हैं। इनमें डाबर भी शामिल है।

इसके अलावा डाबर ने प्रतिस्पर्धी कंपनी मैरिको के खिलाफ सफोला शहद को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। डाबर के मुताबिक मैरिको का सफोला शहद ब्रांड न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस यानी NMR परीक्षण पर खरा नहीं उतरा है।