भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस में काम करने वाले करोड़पति कर्मचारियों की गिनती में पिछले साल के मुकाबले 50 प्रतिशत की कमी आई है। 2014-15 के जहां इंफोसिस में 113 करोड़पति कर्मचारी थे उनकी संख्या 2015-16 के वित्त वर्ष में 54 रह गई।
हालांकि, विशलेषकों का मानना है कि पिछले साल कंपनी ने अपने कई सारे वर्कर्स को एक बार में ज्यादा बोनस दे दिया था जिसकी वजह से पिछली साल करोड़पतियों की संख्या ज्यादा हो गई थी। 2014-15 में कंपनी ने अपने कर्मचारियों में बढ़ती उदासीनता को देखते हुए प्रमोशन और बोनस देना शुरू किया था।
कंपनी को इस फैसले से काफी फायदा भी हुआ था। इसी की बदौलत कंपनी का ग्रोथ रेट बाकी आईटी कंपनियों की तुलना में सबसे ज्यादा रहा था। इंफोसिस में 260 कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी सैलरी 60 लाख प्रति वर्ष है। वहीं 200 कर्मचारी ऐसे हैं जो सालाना 5 लाख रुपए से ज्यादा कमाते हैं।
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कंपनी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, 2016-17 के वित्त वर्ष में करोड़पतियों की संख्या में और ज्यादा गिरावट देखने को मिल सकती है। क्योंकि 6 ऐसे लोगों ने कंपनी छोड़ दी है जिनकी सैलरी करोड़ों में थी।
इन नामों में सबसे जाना माना नाम है राजीव बंसल है। जिनकी सालाना सैलरी 10 करोड़ रुपए थे। वह कंपनी में मुख्य वित्त अधिकारी थे। वहीं 70 ऐसे लोगों ने भी कंपनी छोड़ी है जो सालाना 60 लाख रुपए कमाते थे।
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वहीं रिपोर्ट से पता चला है कि कंपनी के सीइओ विशाल सिक्का की सालाना सैलरी 48.73 करोड़ रुपए है। इंफोसिस कंपनी में 1.94 लाख लोग काम करते हैं।