कोरोना की दूसरी लहर में भले ही अधिकतर कंपनियों की कमाई और मुनाफे पर असर पड़ा हो लेकिन देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई इससे अछूता है।

मुनाफे में 80 फीसदी की बढ़त: मार्च 2021 को खत्म हुई तिमाही में एसबीआई का मुनाफा 80 फीसदी बढ़कर 6,450 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शेयर बाजार को बताया कि एक साल पहले यानी वित्त वर्ष 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान मुनाफा 3,580 करोड़ रुपये था। बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 81,326 करोड़ रुपये हो गई, जो 2019-20 की समान अवधि में 76,027 करोड़ रुपये थी। मतलब ये कि आय में भी 5 हजार करोड़ से ज्यादा का इजाफा हुआ है।

क्यों हुआ मुनाफा: बैंक ने बताया कि बैड लोन में कमी के चलते उसका मुनाफा बढ़ा है। बैंक का कुल एनपीए (फंसे हुए कर्ज) 31 मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में घटकर 1.50 प्रतिशत रह गया, जो इससे एक साल पहले की अवधि में 2.23 प्रतिशत था। आपको बता दें कि एसबीआई ने जनवरी से मार्च तिमाही के जो नतीजे जारी किए हैं, इसमें मुनाफा काफी मायने रखती है। इसी अवधि में देश में कोरोना की दूसरी लहर धीरे-धीरे जोर पकड़ रही थी। (ये पढ़ें—घर बैठे ट्रांसफर होगा बैंक खाता, SBI ने बताया तरीका)

एसबीआई के शेयर में उछाल: नतीजों के बीच एसबीआई के शेयर में करीब 5 फीसदी तक की तेजी आई। शुक्रवार को कारोबार के अंत में एसबीआई का शेयर भाव 401 रुपये के स्तर को पार कर लिया। वहीं, मार्केट कैपिटल की बात करें तो 3 लाख 58 हजार करोड़ रुपये है।

ग्राहकों के लिए अलर्ट: इस बीच, एसबीआई ने सोशल मीडिया के जरिए एक अलर्ट जारी किया है। बैंक ने बताया है कि मेंटेनेंस गतिविधियों के लिए दो दिन तक कुछ समय के लिए बैंकिंग सर्विसेज उपलब्‍ध नहीं रहेंगी। (ये पढ़ें-SBI की बीमा कंपनी पर बड़ी कार्रवाई)

एसबीआई ने ट्वीट में कहा, ’21 मई को रात 22:45 बजे से 22 मई सुबइ 01:15 बजे तक और 23 मई को सुबह 02-40 बजे से 06:10 बजे तक मेंटेन‍ेंस गतिविधियां चलेंगी। इस दौरान नेट बैंकिंग, योनो, योना लाइट और यूपीआई सेवाएं उपलब्‍ध नहीं रहेगी।’ मतलब ये कि अगर आप एसबीआई के ग्राहक हैं तो आप इस अवधि में डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का फायदा नहीं उठा सकेंगे।