कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए इस बीमारी के इलाज के लिए अलग से स्वास्थ्य बीमा की सुविधा की जरूरत महसूस हो रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए बीमा कंपनियों ने कोरोना कवच और कोराना रक्षक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लॉन्च की है। कोरोना कवच एक क्षतिपूर्ति आधारित स्कीम होगी, जबकि कोरोना रक्षक एक फिक्स्ड बेनिफिट प्लान है। इन पॉलिसियों को किसी भी बीमा कंपनी की वेबसाइट या फिर उनकी शाखाओं से खरीदा जा सकता है।

यूनाइटेड इंडिया, ओरिएंटल, नेशनल इंश्योरेंस, बजाज एलियांज जैसी कई कंपनियों ने कोरोना कवर की लॉन्चिंग कर दी है। कोरोना कवच पॉलिसी के तहत इलाज के लिए 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का कवर मिलेगा। इरडा की गाइडलाइन के मुताबिक अल्पावधि के लिए पॉलिसी 3.5 महीने, 6.5 महीने और 9.5 महीने के लिए हो सकती है। इसमें बीमा राशि 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक है।

कोरोना कवच पॉलिसी के तहत 2.5 लाख रुपये तक के कवर के लिए मैक्स बूपा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने 31 से 55 साल तक की आयु के लोगों के लिए प्रीमियम की राशि 2,200 रुपये तय की गई है और दो व्यस्कों और उनके दो बच्चों के लिए प्रीमियम की राशि 4,700 रुपये तय की गई है। इस पॉलिसी के तहत हॉंस्पिटलाइजेशन, घर में इलाज, आयुष ट्रीटमेंट और कोरोना से पहले और उसके बाद के इलाज को भी शामिल किया जाएगा।

इसके अलावा कोरोना रक्षक पॉलिसी के तहत यदि बीमाधारक कोरोना से पीड़ित पाया जाता है और हॉस्पिटलाइजेशन की स्थिति पैदा होती है तो एक निश्चित रकम अदा की जाएगी। बीमा सेक्टर के एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन पॉलिसीज को लागू करने से लोगों को फायदा होगा और यह स्वागत योग्य कदम है। इससे उन लोगों को राहत मिली है, जो किसी बड़ी स्वास्थ्य पॉलिसी में निवेश नहीं कर पा रहे हैं। एक बीमा एक्सपर्ट ने कहा कि इन पॉलिसीज के चलते ऐसे लाखों लोगों को मदद मिलेगी, जो कोई बड़ा प्लान नहीं ले सकते थे। इससे लोगों पर आर्थिक बोझ भी कम होगा और कोरोना का इलाज भी सुनिश्चित हो सकेगा।