अपनी कंपनियों के 59 ऐप्स पर बैन लगने के बाद से बिफरा चीनी मीडिया लगातार भारत को सलाह देने में जुटा है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अब एक लेख में भारत को अमेरिका से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा है कि इससे लंबे समय में देश का विकास प्रभावित होगा। चीनी अखबार ने कहा कि अमेरिका भारत के लोगों में सिर्फ चीन के खिलाफ नफरत भरने का काम कर रहा है, लेकिन वास्तव में वह कोई मदद नहीं करना चाहता। अमेरिका चीन को रोकने के लिए भारत का सिर्फ चारे के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। चीनी मीडिया ने बैन को लेकर अलग ही पैंतरा अपनाते हुए कहा है कि चीनी ऐप्स के जरिए भारत में लोगों को रोजगार मिल रहा था।

ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि चीनी ऐप्स के जरिए भारत में नौकरियों के अवसर पैदा हो सकते हैं और यह भारत के आर्थिक हितों और विकास के लिए अहम है। चीनी अखबार ने भारत को बिन मांगी सलाह देते हुए कहा कि यदि चीन के साथ भारत संबंध खराब करता है तो अमेरिका के जरिए उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। चीनी मीडिया ने कहा कि अमेरिका और चीन के संबंध बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन अमेरिका का मौजूदा नेतृत्व इसे बेहतरी की ओर नहीं ले जाना चाहता।

चीनी के सरकारी अखबार ने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह दुनिया को शांतिपूर्ण और स्थिर नहीं देखना चाहता। वह दोबारा से विवाद पैदा करना चाहता है। हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो की ओर से दिए गए बयान का हवाला देते हुए चीनी मीडिया ने यह बात कही।

पॉम्पियो ने कहा था कि चीन ने सीमा पर आक्रामक रुख अपनाया है और सीमा विवाद को लेकर भारत भी हरसंभव जवाब दे रहा है। चीनी मीडिया ने कहा कि शांति और स्थिर सीमा और भारत और चीन दोनों के ही हित में है। लेकिन जब दो दिग्गज एशियाई देश इस कोशिश में जुटे हैं तो भारतीय लोगों को उकसाकर अमेरिका एक बार फिर से विवाद को हवा देने की कोशिश में है।