उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 500 और 1000 रूपये के नोटों के प्रचलन को बंद किये जाने पर हा कि केंद्र सरकार को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि इन नोटों के बंद होने से गांव वालों, गरीबों और किसानों को किसी तरह की असुविधा ना हो। साथ ही कहा कि ग्रामीण इलाकों में विशेष शिविर लगाकर पुराने नोटों को बदलने की व्यवस्था केंद्र को करनी चाहिए। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस फैसले से आम नागरिकों और व्यापारियों को नोटों के बदलाव में किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में बैंक शाखाओं की संख्या कम होने के कारण केंद्र सरकार को इन इलाकों में विशेष शिविर लगाकर पुराने नोटों को बदलने की व्यवस्था करनी चाहिए।
गौलतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन और जाली नोट पर रोक लगाने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए आठ नवंबर की आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए हैं। पीएम मोदी ने अचानक से देश को संबोधित करते हुए यह एलान किया। उन्होंने यह मुद्राएं कानूनी रूप से अमान्य होगी। 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट कागज के टुकड़े के समान रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दशकों से हम यह अनुभव कर रहे हैं कि देश में भ्रष्टाचार और कालाधन ने अपनी जड़ें जमा ली हैं।
देश से गरीबी हटाने में भ्रष्टाचार और कालाधन सबसे बड़ी बाधा है। एक तरफ तो हम विश्व में आगे बढ़ने वाले देशों में शामिल है लेकिन दूसरी ओर भ्रष्टाचार के मामले में हम 76वें नंबर पर पहुंच गए हैं। यह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार किस तरह फैला हुआ है। कुछ वर्ग गरीबों को नजरअंदाज कर रहे हैं। इससे वे फलते-फूलते रहे हैं। वहीं देश के करोड़ों लोगों ने ईमानदारी को जीकर दिखाया है। पीएम ने कहा कि 100, 50, 20, 10, 5, 2 और 1 रुपया जारी रहेंगे।