Volvo Driver Monitoring System: स्वीडन की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Volvo दुनिया भर में अपने बेहतरीन और अत्याधुनिक तकनीक के लिए मशहूर है। अब वोल्वो एक नई तकनीक लेकर आई जिसे कंपनी ने ‘ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम’ नाम दिया है। वोल्वो इस तकनीक का प्रयोग अपनी कारों में करने वाली है। ये टेक्नोलॉजी कार चालक के व्यवहार और वाहन की स्थिति दोनों को मॉनिटर करेगी। यदि कार चालक शराब के नशे में गाड़ी चला रहा है तो ये सिस्टम खुद बखुद कार को पार्क कर देगा।

Volvo इस ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम का प्रयोग आगामी 2020 से अपने कारों में करेगा। वोल्वो ने स्वीडन में आयोजित सेफ्टी मोमेंट इवेंट के दौरान अपनी इस बेहतरीन तकनीक को पेश किया है। कंपनी का मानना है कि उसके वाहन पूरी तरह से सुरक्षित हों और किसी भी तरह के आपात या फिर दुर्घटना की स्थिति न बने। इससे पहले ही इसे टाला जा सके।

यह ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम एक प्री प्रोग्राम तकनीक है जो कि कार में पहले से ही इंस्टॉल की जाएगी। यदि कार चालक नशे में है और उसका कंट्रोल कार पर पूरी तरह से नहीं है। इस स्थिति में ये सिस्टम डेटा एकत्र करेगा। इसके अलावा कार के केबिन में भी एक कैमरा लगाया जाएगा जो कि चालक के हाव भाव और व्यवहार का डेटा इकट्ठा करेगा। कार की स्पीड, ड्राइविंग स्टाइल, स्टीयरिंग मूवमेंट और ब्रेकिंग को ध्यान में रखते हुए ये तकनीक इस बात की तस्दीक करेगी कि चालक नशे में है या नहीं।

यदि ये सिस्टम तय करता है कि चालक नशे में है तो ड्राइवर को अलर्ट जारी करेगा। इस अलर्ट के बाद भी यदि चालक इस पर ध्यान नहीं देता है तो ये मॉनिटरिंग सिस्टम कार की गति को धीमा कर देगी और तत्काल इस बारे में वोल्वो कॉल सेंटर को सूचित करेगा। जिसके बाद वोल्वो कॉल सेंटर से कार चालक के रजिस्टर मोबाइल फोन पर पर कॉल आयेगी। यदि इस दौरान भी कार चालक ध्यान नहीं देता है तो ये सिस्टम कार की गति को धीमा करते हुए खुद कार को सुरक्षित जगह पार्क कर देगा।