Bike Bot Scam: देश में जालसाजी और धोखाधड़ी के लिए मशहूर स्कैम बाइक बोट को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। उत्तर प्रदेश के नोएडा में हुए इस स्कैम की छापेमारी में करीब 178 बाइक्स मिली हैं। बता दें, ये सभी बाइक्स अनयूज्ड हैं, ओर इन्हें गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स के नाम पर रजिस्टर्ड किया गया हैं। जानकारी के मुताबिक इन बाइक्स को मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर और बागपत से बरामद किया गया है। जिसमें मुजफ्फरनगर से 50, गाजियाबाद से 72, हापुड़ से 22, मेरठ से 21 और बागपत से कुल 13 बाइक मिली हैं।

बाइक बोट के स्कैम में प्रमोटरों, कंपनी के कर्मचारियों सहित पूरे देश में दो लाख से अधिक इनवेस्टर्स को धोखा दिया गया था। इस मामले को फरवरी में ईओडब्ल्यू को सौंपा गया था। जिस पर बात करते हुए (ईओडब्ल्यू) के Additional Superintendent राम सुरेश यादव ने कहा, ” कि पहले से जब्त किए गए दस्तावेजों के आधार पर हमने विभिन्न जिलों में कंपनी के एजेंटों पर निगाह रखी। जिसके बाद पांच टीमों का गठन किया गया और पांच जिलों में एक साथ छापे मारी की गई। इसके साथ ही उन्होंने भविष्य में इस तरह की और वसूली करने की उम्मीद भी की है। ‘

रिपोर्ट के मुताबिक अनुसार मुजफ्फरनगर से 50, गाजियाबाद से 72, हापुड़ से 22, मेरठ से 21 और बागपत से 50 मोटरसाइकिलें बरामद की गईं हैं। जिनमें से ज्यादात्तर का इस्तेमाल नहीं किया गया है, और ये सभी मोटरसाइकिल गो-डाउन में पार्क थी। ग्रेटर नोएडा में 2018 में ‘बाइक बॉट’ योजना ने बड़े शहरों में टैक्सियों की बढ़ती मांग के चलन का फायदा उठाकर इस स्कैम को अंजाम दिया था। इस पूरे मामले में कंपनी ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा सहित कई राज्यों में दो लाख से अधिक निवेशकों को एक साल के भीतर पैसे दोगुने करने का झांसा देकर करीब 1300 करोड़ रुपये जमा किए थे।

फिलहाल आपको बता दें, इस पूरे घोटाले में 19 आरोपियों के खिलाफ 57 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं फर्म के मालिक संजय भाटी समेत 19 आरोपियों में से दस अभी जेल में हैं।